वायु प्रतिरोध को नगण्य मानकर किसी प्रक्षेप्य के पथ को चित्र में बिन्दुकित (Dotted) रेखा से दर्शाया गया है। यदि वायु प्रतिरोध को नगण्य न माना जाये तो चित्र में प्रदर्शित कौन सा अन्य मार्ग प्रक्षेप्य पथ को इंगित करेगा
$B$
$A$
$D$
$C$
प्रक्षेप्य के उच्चतम बिन्दु पर उसकी
$0.5$ किग्रा द्रव्यमान का एक पिण्ड क्षैतिज से $30^o$ के कोण पर $98$ मी/सैकण्ड की चाल से गुरुत्वीय बल के अन्र्तगत फेंका जाता है। पिण्ड के संवेग में परिवर्तन ......... $N-s$ होगा
क्षैतिज से $42^{\circ}$ तथा $48^{\circ}$ पर समान प्रारम्भिक वेग से प्रक्षेपित दो प्रक्षेप्यों का परास तथा ऊँचाई क्रमशः $R _{1}, R _{2}$ तथा $H _{1}, H _{2}$ हैं। सत्य विकल्प चुनिये।
एक गेंद जिसकी गतिज ऊर्जा E है, क्षैतिज से $45°$ पर फेंकी जाती है। इसकी उड़ान के दौरान उच्चतम बिन्दु पर गतिज ऊर्जा होगी
गैलीलियो के नियम अनुसार, यदि किसी पिण्ड को कोण $(45 + \theta )$ तथा $(45 - \theta )$पर प्रक्षेपित किया जाये, तो इनके द्वारा तय की गयी क्षैतिज परासों का अनुपात होगा (यदि $\theta \le 45^\circ $)