सम्पूर्ण भाग के कारण केन्द्र $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
$\frac{{{\mu _0}i}}{r}$
$\frac{{{\mu _0}i}}{{2r}}$
$\frac{{{\mu _0}i}}{{4r}}$
शून्य
एक बिन्दु पर पृथ्वी के चुम्बकीय, प्रेरण का मान $7 \times {10^{ - 5}}$ वेबर/मीटर$^2$ है। इसको $5$ सेमी त्रिज्या के एक वृत्ताकार चालकीय लूप के केन्द्र में उत्पन्न चुम्बकीय प्रेरण द्वारा निष्क्रिय करना है। लूप में पर्याप्त विद्युतधारा का मान .......$A$ होगा
दिये गये चित्र में बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
एक निश्चित लम्बाई के तार से बनी एक फेरे वाली कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र $B$ है। इसी लम्बाई के तार से बनी दो फेरों वाली कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र है (धारा नियत है)
एक $l$ लम्बाई के पतले तार में स्थिर धारा प्रवाहित हो रही है। इस तार को एक वृत्तीय कुण्डली में इस प्रकार मोड़ा गया है कि इसकी त्रिज्या $R$ एवं इसमें लपेटों की संख्यां $n$ है तब निम्न में से कौन सा ग्राफ कुण्डली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र $(B)$ के परिवर्तन को सही दर्शाता है
दो वृत्ताकार चापों तथा त्रिज्यक रेखाओं से बना एक धारा पाशा चित्र में दिखाया गया है। पाश में $10\, A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का सन्निकट मान होगा :