एक दीर्घवृत्त के दीर्घ तथा लघु अक्षों की लम्बाइयाँ क्रमश: $10$ तथा $8$ हैं और उसका दीर्घ अक्ष $y$ - अक्ष है। दीर्घवृत्त के केन्द्र को मूलबिन्दु मानते हुये दीर्घवृत्त का समीकरण है
$\frac{{{x^2}}}{{25}} + \frac{{{y^2}}}{{16}} = 1$
$\frac{{{x^2}}}{{16}} + \frac{{{y^2}}}{{25}} = 1$
$\frac{{{x^2}}}{{100}} + \frac{{{y^2}}}{{64}} = 1$
$\frac{{{x^2}}}{{64}} + \frac{{{y^2}}}{{100}} = 1$
यदि नियताओं के बीच की दूरी नाभियों के बीच की दूरी की तीन गुनी हो तो दीर्घवृत्त की उत्केन्द्रता होगी
दिये गए अर्ध वृत्त में एक दीर्घवृत्त को अंतर्गत किया गया है। यह दीर्घवृत्त, अर्धवृत्त के एक वृत्तीय तोरण को दो भिन्न बिंदुओं में तथा अर्धवृत्त के व्यास को छूता है। यदि दीर्घ वृत्त का दीर्घ अक्ष और अर्ध वृत्त का व्यास समानान्तर है तो, ऐसे अधिकतम क्षेत्रफल वाले दीर्घवृत्त की उत्केन्द्रता का मान निम्न होगा:
दीर्घवृत्त $\frac{{{{(x + y - 2)}^2}}}{9} + \frac{{{{(x - y)}^2}}}{{16}} = 1$ का केन्द्र है
रेखा $y = x +1$, दीर्घवृत $\frac{ x ^2}{4}+\frac{ y ^2}{2}=1$ को दो बिन्दुओं $P$ तथा $Q$ पर मिलती है। यदि $PQ$ व्यास वाले वृत की त्रिज्या $r$ हो तो $(3 r )^2$ बराबर होगा-
दीर्घवृत्त $25{x^2} + 16{y^2} = 100$ की उत्केन्द्रता है