पृथ्वी की सतह से ऊँचाई $h$ पर एक पिण्ड का भार उतना ही है जितना सतह से उतनी ही गहराई $h$ पर । $h$ का मान है।
$( R =$ पृथ्वी की त्रिज्या, पृथ्वी के घूर्णन का भार पर प्रभाव नगण्य मानें) :
$\frac{\sqrt{5} R - R }{2}$
$\frac{\sqrt{5}}{2} R - R$
$\frac{ R }{2}$
$\frac{\sqrt{3} R - R }{2}$
किसी सौर मण्डल में ऐसे ग्रह पर विचार कीजिए जिसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का दो गुना और घनत्व पृथ्वी के औसत घनत्व के समान है। यदि किसी पिण्ड का पृथ्वी पर भार $W$ है, तो उसी पिण्ड का उस ग्रह पर भार होगा?
पृथ्वी तल से ऊपर किसी बिन्दु पर गुरूत्वीय विभव $-5.12 \times 10^7 \mathrm{~J} / \mathrm{kg}$ है। पृथ्वी की त्रिज्या औसतन $6400$ किमी. मानी जाये तब पृथ्वी तल के ऊपर इस बिन्द की ऊँचाई है :
पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण का मान $‘g’ $ है। पृथ्वी तल से $32$ किलोमीटर की ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण का मान ........ $g$ होगा, (पृथ्वी की त्रिज्या $= 6400$ किलोमीटर)
${g_e}$ तथा ${g_p}$ पृथ्वी तथा किसी अन्य ग्रह की सतहों के गुरुत्वीय त्वरण हैं। ग्रह की त्रिज्या तथा द्रव्यमान पृथ्वी की त्रिज्या तथा द्रव्यमान के दोगुने हैं, तब
यह मानते हुए कि पृथ्वी एकसमान घनत्व का एक गोला है तथा इसके पृष्ठ पर किसी वस्तु का भार $250\, N$ है, यह ज्ञात कीजिए कि पृथ्वी के केन्द्र की ओर आधी दूरी पर इस वस्तु का भार क्या होगा ?