निम्न चित्र में शुद्ध मोम (पदार्थ) के शीतलन वक्र को दर्शाया गया है। यह $A$ से $B$ तक ठंडा होता है एवं $BD$ के अनुदिश जम जाता है। यदि द्रवित मोम की गुप्त ऊष्मा एवं विशिष्ट ऊष्मा क्रमश: $L$ व $C$ हो तब अनुपात $L/C$ है
$40$
$80$
$100$
$20$
एक पदार्थ के $m \,kg$ द्रव्यमान को इसके गलनांक बिन्दु पर द्रव अवस्था में बनाये रखने के लिए $P$ वॉट शक्ति की आवश्यकता होती है। जब शक्ति सप्लाई बन्द कर दी जाती है, तो पदार्थ $t$ समय में पूर्णत: जम जाता है। पदार्थ की गलन की गुप्त ऊष्मा हो
सीसे की एक गोली लक्ष्य से टकराकर विराम अवस्था में आ जाती है। $25\%$ ऊष्मा का शोषण लक्ष्य द्वारा किया जाता है। यदि गोली का प्रारम्भिक ताप $27°C$ है, तो लक्ष्य से टकराते समय गोली का वेग ........ $m/sec$ होगा (सीसे का गलनांक $327°C,$ सीसे का वि. ऊष्मा $0.03\, cal/gm°C$ एवं गलन की गुप्त ऊष्मा $6\, cal/gm$ तथा $J =\, 4.2\, joule/cal)$
दिये गये ग्राफ में $1\, kg$ पदार्थ के तापक्रम $(T)$ का परिवर्तन दी गयी ऊष्मा $(H)$ के साथ दिखाया है। बिन्दु $O$ पर पदार्थ ठोस अवस्था में है, तब
समान द्रव्यमान $m$ के दो पदार्थो $A$ व $B$ को $6 \,cal \,s{^{-1}}$ की दर से गर्म किया जाता है। दोनों पदार्थो के लिए अन्य परिस्थतियाँ समान हैं। दोनों के लिए ताप-समय वक्र को चित्र में प्रदर्शित किया गया है। पूर्ण गलन के लिए अवशोषित ऊष्मा अनुपात ${H_A}/{H_B}$ है
आग बुझाने का कार्य निम्न में से किसके द्वारा अधिक प्रभावी ढ़ग से किया जाएगा