माना गुरुत्वाकर्षण नियम अचानक परिवर्तित हो कर व्युत्क्रम घन नियम अर्थात $F \propto {1\over r^3}$ बन जाता है परन्तु बल अभी भी केन्द्रीय बल रहता है तो
केपलर का क्षेत्रीय नियम अभी भी लागू होगा
केपलर का आवर्तकाल का नियम अभी भी लागू होगा
केपलर के क्षेत्रीय नियम तथा आवर्तकाल नियम अभी भी लागू होंगे
न तो क्षेत्रीय नियम न ही आवर्तकाल नियम लागू होंगे
संलग्न चित्र सूर्य के चारों ओर एक ग्रह की दीर्घवृत्तीय कक्षा में गति प्रदर्शित करता है, सूर्य जिसके फोकस पर है। चित्र में छायांकित भाग $A$ तथा $B$ समान क्षेत्रफल के हैं। यदि ग्रह द्वारा $a$ से $b$ तक तथा $d$ से $c$ तक जाने का समय क्रमश: ${t_1}$ तथा ${t_2}$ है, तो
एक ग्रह सूर्य के परितः एक चक्र पूर्ण करने में $200$ दिन लेता है। जब ग्रह की सूर्य से दूरी इसकी प्रारम्भिक दूरी की एक चौथाई एक घटा दी जाती है तब एक चक्र पूर्ण करने में यह कितने दिन लेगा ?
एक पुच्छल तारे की सूर्य से अधिकतम एवं न्यूनतम दूरियाँ क्रमश: $8 \times {10^{12}}$ मीटर एवं $1.6 \times {10^{12}}$ मीटर हैं। जब यह सूर्य के नजदीक है तब इसका वेग $60$ मीटर/सैकण्ड है। जब यह अधिकतम दूरी पर है तब इसका वेग मीटर/सैकण्ड में होगा
पृथ्वी तल के समीप कक्षा के भू-उपग्रह का घूर्णनकाल $83$ मिनट है। पृथ्वी तल से तीन भू-त्रिज्याओं की दूरी पर स्थित कक्षा के भू-उपग्रह का घूर्णनकाल ....... $\min$ होगा
सूर्य के परित: दो ग्रह प्रतिवर्ष ${N_1}$ तथा ${N_2}$ चक्कर लगाते हैं। यदि इनकी कक्षाओं की औसत त्रिज्यायें क्रमश: ${R_1}$ तथा ${R_2}$ हों, तो ${R_1}/{R_2}$ बराबर होगा