किसी ऐसे विध्युत परिपथ का आरेख खींचिए जिसमें एक सेल, एक कुंजी, एक ऐमीटर तथा $4 \,\Omega$ के दो प्रतिरोधकों के पार्श्व संयोजन के साथ श्रेणीक्रम में एक $2 \,\Omega$ का प्रतिरोधक संयोजित हो और पार्श्व संयोजन के सिरों के बीच एक वोल्टमीटर संयोजित हों। क्या $2\, \Omega$ प्रतिरोधक के सिरों के बीच विभवांतर $4\, \Omega$ के दो प्रतिरोधकों के पार्श्व संयोजन के सिरों पर विभवांतर के समान होगा? उत्तर की पुष्टि कीजिए।
जूल का तापीय प्रभाव क्या है? इसका प्रायोगिक निदर्शन किस प्रकार किया जा सकता है? दैनिक जीवन में इसके चार अनुप्रयोग लिखिए।
तीन सर्वसम बल्ब $B _{1}, B _{2}$ तथा $B _{3}$ चित्र में दर्शाए अनुसार संयोजित हैं। जब तीनों बल्ब चमकते हैं, तो ऐमीटर $A$ का पाठ्यांक $3 \,A$ होता है।
$(i)$ यदि बल्ब $B _{1}$ फ्यूज़ हो जाए, तो अन्य दो बल्बों की चमक पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
$(ii)$ यदि बल्ब $B _{2}$ फ्यूज़ हो जाए तो $A _{1}, A _{2}, A _{3}$ तथा $A$ के पाठ्यांकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
$(iii)$ जब तीनों बल्ब एक साथ चमकते हैं, तो परिपथ में कितनी शक्ति क्षय होती है?
घरेलू परिपथों में तारों की पार्श्व व्यवस्था का उपयोग क्यों किया जाता है?
प्रतिरोधकता में कब परिवर्तन नहीं होता?