गुरुत्व के अधीन मुक्त प्रक्षेप्य गति में
कुल ऊर्जा संरक्षित रहती है
संवेग संरक्षित रहता है
ऊर्जा एवं संवेग दोनों ही संरक्षित रहते हैं
कोई भी संरक्षित नही रहता
धरातल से दागे गए एक प्रक्षेप्य की प्रारम्भिक चाल $\mathrm{u}$ है। गति के दौरान अधिकतम ऊँचाई पर प्रक्षेप्य की चाल $\frac{\sqrt{3}}{2} \mathrm{u}$ है। प्रक्षेप्य का उड्डयन काल है:
किसी बन्दूक से $V$ वेग से छोड़ी गई गोली की क्षैतिज परास $R$ है तब बन्दूक का क्षैतिज से कोण होगा
कोई कीड़ा एक वृत्तीय खाँचे में जिसकी त्रिज्या $12\, cm$ है, फँँस गया है । वह खाँचे के अनुदिश स्थिर चाल से चलता है और $100$ सेकंड में $7$ चक्कर लगा लेता है।
$(a)$ कीड़े की कोणीय चाल व रैखिक चाल कितनी होगी ?
$(b)$ क्या त्वरण सदिश एक अचर सदिश है। इसका परिणाम कितना होगा ?
एक दिये हुये वेग के लिये, किसी प्रक्षेप्य की दो प्रक्षेपण कोणों पर क्षैतिज परास $R$ समान है। यदि इन दो स्थितियों में उड्डयन काल $t_1$ व $t_2$ है तब
यदि एक प्रक्षेप्य का प्रारम्भिक वेग दोगुना कर दिया जावे तथा प्रक्षेपण कोण वही रहे, तो उसकी महत्तम ऊँचाई