एक अन्तरिक्ष यात्री, जो कि भू-उपग्रह में है, को समय ज्ञात करने के लिए प्रयोग में लानी चाहिए
दोलन घड़ी
घड़ी जो स्प्रिंग से चलती है
दोलन घड़ी अथवा घड़ी
न तो दोलन घड़ी और न ही घड़ी
किसी वस्तु को पृथ्वी तल से $h$ ऊँचाई पर ले जाने पर $m$ द्रव्यमान की वस्तु का भार $1\%$ घट जाता है। यदि इसी वस्तु को पृथ्वी तल से $h$ गहराई पर ले जाया जाये तो इसका भार
पृथ्वी के धरातल से, $32\,km$ की ऊँचाई पर पहुँचने पर, एक रॉकेट के भार में आयी प्रतिशत कमी $.........\%$ होगी : (पृथ्वी की त्रिज्या $=6400\,km$ )
पृथ्वी की त्रिज्या $6400\,m$ तथा $g = 10\,m/{\sec ^2}$ है। किसी $5 \,kg $ के पिण्ड का भार भूमध्य रेखा पर शून्य होने के लिए पृथ्वी की कोणीय चाल होगी
यदि पृथ्वी अपनी वर्तमान गति के अधिक मान से गति करने लगे, तो किसी वस्तु का द्रव्यमान
$\mathrm{W}$ भार वाले एक पिण्ड को ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर, पृथ्वी की त्रिज्या के $9$ गुना मान तक की ऊँचाई तक धरातल से फैका जाता है। इस ऊँचाई पर पिण्ड का भार होगा: