स्टील की एक गोली का व्यास एक ऐसे वर्नियर कैलीपर्स से नापा जाता है जिसके मुख्य पैमाने का एक भाग $(MSD)$ $0.1 cm$ है, तथा इसमें वर्नियर पैमाने $(VS)$ के 10 भाग, मुख्य पैमाने के 9 भागों के बराबर हैं। गोली के व्यास के लिये तीन पाठ्यांक (रीडिंग) यहाँ दिये गये हैं :
क्रमांक | मुख्य पैमाने की माप $cm$ | वर्नियर पैमाने के भाग |
$(1)$ | $0.5$ | $8$ |
$(2)$ | $0.5$ | $4$ |
$(3)$ | $0.5$ | $6$ |
यदि वर्नियर कैलीपर्स की शून्य त्रुटि $-0.03 cm$, है तो, व्यास का माध्य संशोधित मान होगा :
लंबाई मापने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा सबसे परिशुद्ध यंत्र है
(a) एक वर्नियर केलिपर्स जिसके वर्नियर पैमाने पर $20$ विभाजन हैं ।
(b) एक स्क्रूगेज जिसका चूड़ी अंतराल $1\, mm$ और वृत्तीय पैमाने पर $100$ विभाजन हैं
(c) कोई प्रकाशिक यंत्र जो प्रकाश की तरंगदैर्घ्य की सीमा के अंदर लंबाई माप सकता है ।
किसी स्क्रूगेज का चूड़ी अन्तराल $1 \,mm$ है तथा उसके वत्तीय पैमाने पर $100$ अंश है। जब इसके जबड़ों के बीच कुछ भी नहीं रखा है तो वत्तीय पैमाने का शून्य संदर्भ रेखा से $8$ अंश नीचे होता है। जब किसी तार को जबड़ों के बीच रखा जाता है तो रैखिक पैमाने का एक अंश स्पष्ट दिखाई देता है और वत्तीय पैमाने का $72$ वाँ अंश संदर्भ रेखा के संपाती है। तार की त्रिज्या है। ($mm$ में)
एक पेचमापी की पिच तथा वृत्तीय पैमाने पर भागों की संख्या, क्रमशः $0.5 \,mm$ तथा $100$ है। जब पेचमापी को बिना किसी वस्तु के पूरी तरह कस दिया जाता है, तो इसके वृत्तीय पैमाने का शून्य मध्य रेखा से तीन भाग नीचे आता है।
एत पतली चद्दर की मोटाई के लिए इस पेचमापी के मुख्य पैमाने तथा वृत्तीय पैमाने का पाठ्यांक, क्रमशः $5.5\, mm$ तथा $48$ है। तो चद्दर की मोटाई होगी :