एक स्क्रु गेज़ में, स्क्रू के $5$ पूर्ण चक्कर में यह $0.25\, cm$ रैखिक दूरी चलता है। इसके वृत्तीय पैमाने पर $100$ भाग हैं। इस स्क्रु गेज़ द्वारा एक तार की मोटाई के मापन में मुख्य पैमाने के $4$ भाग तथा वृत्तीय पैमाने के $30$ भाग पाठ्यांक आता है। यदि शून्य त्रुटि नगण्य हो तो, तार की मोटाई है
$0.0430\,cm$
$0.3150\,cm$
$0.43 00\,cm$
$0.2150\, cm$
एक चलायमान सूक्ष्मदर्शी का उपयोग काँच की पट्टिका का अपवर्तनांक ज्ञात करने के लिये किया जाता है। यदि मुख्य पैमाने पर $1\,cm$ में $40$ भाग है तथा वर्नियर पैमाने पर $50$ भाग, मुख्य पैमाने पर $49$ भाग के तुल्य है तो इस सूक्ष्मदर्शी का अल्पतमांक $..........\times 10^{-6} m$ है:
एक वर्नियर कैलिपर्स के मुख्य पैमाने (main scale) के सबसे छोटे भाग का मान $0.1 cm$ है। वर्नियर पैमाने के दस भाग मुख्य पैमाने के नौं भागों के संगत हैं। नीचे दिए गए चित्रों में बायीं ओर का चित्र वर्नियर कैलिपर्य की उस स्थिति का पाठ्यांक है जब दोनों जबड़े एक साथ जुड़े हैं। दाहिनी ओर के चित्र में दर्शाया गया पाठ्यांक उस स्थिति का है जब ठोस गोले को कैलिपर्स के दोनों जबड़ों के बीच पकड़कर रखा जाता है। इस गोले का सही व्यास है
किसी स्क्रू गेज़ का अल्पतमांक $0.01\, mm$ है तथा इसके वृत्तीय पैमाने पर $50$ भाग हैं। इस स्क्रू गेज़ का चूड़ी अन्तराल ( पिच ) $........mm$ है
एक स्क्रूगेज का रैचट जब बन्द रहता है, तो वत्तीय पैमाने का पाँचवां भाग संदर्भ रेखा के संपतित होता है। वत्तीय पैमाने में $50$ भाग है तथा एक पूरा चक्कर घुमाने पर मुख्य पैमाना $0.5$ मिली मीटर $( mm )$ खिसकता है। एक विशेष प्रेक्षण में मुख्य पैमाने का पाठ्यांक $5$ मिलीमीटर $( mm )$ तथा वत्तीय पैमाने का बीसवां भाग संदर्भ रेखा के संपतित है। सही पाठ्यांक की गणना कीजिए। ($mm$ में)