नीचे दो कथन दिये गये है।
कथन$-I:$ पृथ्वी की सतह से ऊपर या नीचे जाने पर पृथ्वी के गुरूत्वीय त्वरण का मान कम होता जाता है।
कथन$-II:$ पृथ्वी की सतह से $\mathrm{h}$ ऊँचाई व $\mathrm{d}$ गहराई पर गुरूत्वीय त्वरण का मान समान होता है यदि $\mathrm{h}=\mathrm{d}$ हो।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए:
कथन $I$ असत्य है लेकिन कथन $II$ सत्य है
दोनों कथन $I$ व $II$ असत्य हैं
कथंन $I$ सत्य है लेकिन कथन $II$ असत्य है
दोनों कथन $I$ व कथन $II$ सत्य है
किसी बिन्दु द्रव्यमान पर, धरातल से $h$ ऊँचाई पर लगे गुरूत्वीय त्वरण का मान, उस बिन्दु द्रव्यमान पर धरातल से $\alpha h$ गहराई पर आरोपित गुरूत्वीय त्वरण के मान के बराबर है। जहाँ, $h \ll R _{ e }$ है $\alpha$ का मान $.........$ होगा। (माना $R _{ e }=6400$ $km$ )
एक पिण्ड का पृथ्वी तल पर भार $72\, N$ है। पृथ्वी तल से $\frac{R_e}{2}$ ऊँचाई पर इसका भार....... $N$ है
$1$ किग्रा द्रव्यमान का भार चन्द्रमा पर $1/6$ रह जाता है। यदि चन्द्रमा की त्रिज्या $1.768 \times {10^6}$मीटर हो तो चन्द्रमा का द्रव्यमान होगा
पृथ्वी के तल से नियत गहराई $"d"$ पर, गुरूत्वीय त्वरण का मान, पृथ्वी के तल से $3 R$ ऊँचाई पर इसके मान का चार गुना हो जाता है, जहाँ $\mathrm{R}$ पृथ्वी की त्रिज्या है। गहराई $\mathrm{d}$ का मान है:
(यदि $\mathrm{R}=6400 \mathrm{~km}$ ).