गुरुत्वीय बल न्यूनतम होता है
भूमध्य रेखा पर
ध्रुवों पर
भूमध्य रेखा तथा किसी भी ध्रुव के बीच किसी बिन्दु पर
उपरोक्त में से कोई नहीं
किसी कोयले की खदान, समुद्र तल तथा पर्वत की चोटी पर किसी वस्तु के भार क्रमश: ${W_1},\;{W_2}$ तथा ${W_3}$ हैं, तो
नीचे दो कथन दिये गये है, एक को अभिकथन $A$ तथा दूसरे को कारण R के रुप में दर्शाया गया है-
अभिकथन $A$ : यदि हम धुवों से भू-मध्य रेखा की ओर गति करे तो पृथ्वी के गुरुत्वीय त्वरण की दिशा हमेशा पृथ्वी के केन्द्र की ओर इसके परिमाण में कोई परिवर्तन किये बिना होगी।
कारण $R$ : भूमध्य रेखा पर पृथ्वी के गुरुत्वीय त्वरण की दिशा पृथ्वी के केन्द्र की ओर होगी। सही कथन चुनियें।
एक ग्रह का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का $\frac{1}{10}$ वाँ भाग है तथा इसका व्यास पृथ्वी के व्यास का आधा है। उस ग्रह पर गुरुत्वीय त्वरण है:
एक पिण्ड को धरातल के ऊपर $\frac{5}{4}\,R$ की दूरी तक ले जाया गया जहाँ पृथ्वी की त्रिज्या $R =6400\,km$ है। पिण्ड के भार मे आयी प्रतिशत कमी होगी:
चन्द्रमा की त्रिज्या पृथ्वी की त्रिज्या का $1/4$भाग है और इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का $1/80 $ भाग है। यदि पृथ्वी के तल पर गुरुत्वीय त्वरण $g$ है, तो चन्द्रमा के तल पर इसका मान होगा