एक पिण्ड को धरातल के ऊपर $\frac{5}{4}\,R$ की दूरी तक ले जाया गया जहाँ पृथ्वी की त्रिज्या $R =6400\,km$ है। पिण्ड के भार मे आयी प्रतिशत कमी होगी:
$36$
$50$
$64$
$25$
पृथ्वी का घनत्व नियत मानते हुये, निम्न में से कौनसा ग्राफ पृथ्वी के केन्द्र से पृथ्वी से अत्यंत दूर बिन्दुओं पर गुरुत्वीय त्वरण में परिवर्तन दर्शाता है
पृथ्वी की सतह से ऊँचाई $h =\frac{ R }{2}( R =$ पृथ्वी की त्रिज्या ) पर गुरूत्वीय त्वरण का मान $g_{1}$ है। यदि पृथ्वी की सतह से गहराई $d$ पर भी इसका मान फिर से $g _{1}$ पाया जाता है, तो $\left(\frac{ d }{ R }\right)$ का मान होगा।
पृथ्वी का कोणीय वेग क्या होना चाहिए ताकि भूमध्य रेखा पर वस्तु भारहीन प्रतीत हो ($g = 10$ मीटर/सैकण्ड$^2$, पृथ्वी की त्रिज्या $ = 6400$ किलोमीटर
पृथ्वी को एकसमान द्रव्यमान घनत्व का गोला मानते हुए, यदि किसी पिण्ड का भार धरातल पर $200 \mathrm{~N}$ है, तो धरातल से $d=\frac{R}{2}$ की गहराई पर इसका भार होगा (दिया है, $\mathrm{R}=$ पृथ्वी की त्रिज्या):
पृथ्वी के पृष्ठ पर किसी वस्तु का भार $63\, N$ है। पृथ्वी की त्रिज्या की आधी ऊंचाई पर पृथ्वी के कारण इस वस्तु पर गुरुत्वीय बल कितना है ?