अभिक्रिया $A + B \to C$ के लिये यह पाया गया की $A$ की सान्द्रता को दुगना करने पर दर $ 4$ गुना बढ़ जाती है और $B$ की सान्द्रता को दुगना करने पर अभिक्रिया दर दुगनी हो जाती है। अभिक्रिया की कुल कोटि क्या होगी।
$4$
$3/2$
$3$
$1$
अत्याधिक जल की उपस्थिति में किसी कार्बनिक क्लोराइड के जल अपघटन की अभिक्रिया
$RCl + {H_2}O \to ROH + HCl$ की
उन अभिक्रियाओं की कुल कोटि की गणना कीजिए जिनका वेग व्यंजक है-
(क) वेग $=k[ A ]^{1 / 2}[ B ]^{3 / 2}$
(ख) वेग $=k[ A ]^{3 / 2}[ B ]^{-1}$
यदि किसी रासायनिक अभिक्रिया का वेग व्यंजक, वेग $ = k{[A]^m}{[B]^n}$ द्वारा दर्शाया जाता है, तो
अभिक्रिया दर $ = K{[A]^{3/2}}{[B]^{ - 1}}$ के लिये अभिक्रिया की कोटि होगी
पदार्थो $ A$ तथा $ B $ के बीच अभिक्रिया के लिये दर नियम इस समीकरण द्वारा निरुपित है, दर $ = k{[A]^n}{[B]^m}$ $A$ की सान्द्रता को दुगना तथा $ B$ की सान्द्रता को आधा करने पर प्राप्त दर का अभिक्रिया की प्रारम्भिक दर से अनुपात होगा