अत्याधिक जल की उपस्थिति में किसी कार्बनिक क्लोराइड के जल अपघटन की अभिक्रिया
$RCl + {H_2}O \to ROH + HCl$ की
आण्विकता $ 2$ है तथा अभिक्रिया की कोटि भी $2 $ है
आण्विकता $2$ है तथा अभिक्रिया की कोटि $1$ है
आण्विकता $1$ है तथा अभिक्रिया की कोटि $2 $ है
आण्विकता $1$ है तथा अभिक्रिया की कोटि भी $1$ है
अभिक्रिया $A + B \to C$ के लिये आँकड़े हैं
Exp. |
$[A]_0$ |
$[B]_0$ |
Initial rate |
$(1)$ |
$0.012$ |
$0.035$ |
$0.10$ |
$(2)$ |
$0.024$ |
$0.070$ |
$0.80$ |
$(3)$ |
$0.024$ |
$0.035$ |
$0.10$ |
$(4)$ |
$0.012$ |
$0.070$ |
$0.80$ |
ऊपर दिये गये आँकड़ों से दर नियम है
दो प्रतिदर्शो की अर्द्ध-आयु $ 0.1$ एवं $0.4$ सेकण्ड है। उनकी सापेक्षिक सान्द्रता क्रमश: $ 200$ एवं $50$ है। अभिक्रिया की कोटि क्या है।
किसी अभिक्रिया में, अभिकारक की सान्द्रता क्रमश: दो गुना और तीन गुना करने पर अभिक्रिया दर चार गुना और नौगुना पाई गई, तो अभिक्रिया की कोटि होगी
एक काल्पनिक अभिक्रिया $X _{2}+ Y _{2} \rightarrow 2 XY$ की क्रियाविधि नीचे दी गई है
$(i)$ $X _{2} \rightarrow X + X ($ द्रुत $)$
$(ii)$ $X + Y _{2} \rightleftharpoons XY + Y$ (धीमी)
$(iii)$ $X + Y \rightarrow XY$ (द्रुत)
अभिक्रिया की समग्र (कुल) कोटि होगी
अभिक्रिया ${N_2}{O_5}$ (in $CCl_4$ solution) $ \to 2N{O_2}$ (solution) $ + \frac{1}{2}{O_2}(g)$ जिसका दर स्थिरांक $6.2 \times {10^{ - 1}}$ सेकण्ड$^{ - 1}$ है, ${N_2}{O_5}$ में प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। जब $[{N_2}{O_5}] = 1.25$ मोल लीटर$^{ - 1}$, तब अभिक्रिया की दर का मान है