बर्नूली समीकरण के अनुप्रयोग में यदि निरपेक्ष दाब के स्थान पर प्रमापी दाब (गेज़ दाब) का प्रयोग करें तो क्या इससे कोई अंतर पडेगा ? स्पष्ट कीजिए ।
No
It does not matter if one uses gauge pressure instead of absolute pressure while applying Bernoulli’s equation. The two points where Bernoulli’s equation is applied should have significantly different atmospheric pressures.
संलग्न चित्र में, नली से एक आदर्श द्रव प्रवाहित हो रहा है। नली का परिच्छेद एक समान है। बिन्दु $ A $ व $B$ पर द्रव के वेग क्रमश: ${v_A}$ व ${v_B}$ तथा दाब क्रमश: $PA$ व $PB $ हैं। तब
तरल प्रवाह के लिये बरनौली प्रमेय का एक अनुप्रयोग है
भौतिक तुला के पलड़े साम्य में हैं। दाँये पलड़े के नीचे वायु प्रवाहित करने पर वह
किसी आदर्श वायुयान के परीक्षण प्रयोग में वायु-सुरंग के भीतर पंखों के ऊपर और नीचे के पृष्ठों पर वायु-प्रवाह की गतियाँ क्रमशः $70\, m s ^{-1}$ तथा $63\, m s ^{-1}$ हैं । यदि पंख का क्षेत्रफल $2.5\, m ^{2}$ है, तो उस पर आरोपित उत्थापक बल परिकलित कीजिए । वायु का घनत्व $1.3\, kg m ^{-2}$ लीजिए
अनुप्रस्थ-काट क्षेत्रफल $S_t$ वाली एक रेलगाड़ी अनुप्रस्थ-काट क्षेत्रफल $S_0\left(S_0=4 S_t\right)$ की एक लम्बी सुरंग के अन्दर $v_t$ चाल से गतिशील है। माना की रेलगाड़ी के सामने लगभग सभी वायु (घनत्व $\rho$ ) इसके सिरों (किनारों) तथा सुरंग की दीवारों के मध्य पीछे की ओर प्रवाहित होती है तथा रेलगाड़ी के सापेक्ष वायु प्रवाह स्थिर तथा पटलीय है। परिवेशी दाब लेते हुए तथा रेलगाड़ी के अन्दर परिवेशी दाब $p _0$ है। यदि रेलगाड़ी के सिरों तथा सुरंग की दीवारों के मध्य में दाब $p$ है, तब $p _0- p =\frac{7}{2 N } \rho v _{ t }^2$ है। $N$ का मान. . . . . है।