सही विकल्प को चुने।
वास्तविक गर्त, गणितीय रूप से आभासी गर्त से सबंधित नही है।
वास्तविक गर्त, आभासी गर्त से छोटा होता है।
वास्तविक गर्त सदैव आभासी गर्त से बड़ा होता है।
वास्तविक गर्त सदैव आभासी गर्त के बराबर होता है।
किसी छोटे से दंड चुम्बक को पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के चुम्बकीय याम्योत्तर में इस प्रकार रखा गया है कि उसका उत्तर ध्रुव, उत्तर की ओर है। इसके कारण चुम्बक के मध्यबिन्दु से पूर्व-पश्चिम दिशा में खींची गई सरल रेखा पर, उदासीन बिन्दु प्राप्त होते हैं, जिनकी चुम्बक से दूरी $30\; cm$ है। तो, चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण $\left( Am ^{2}\right.$ में होगा लगभग :
(दिया है, $\frac{\mu_{0}}{4 \pi}=10^{-7} SI$ मात्रक में तथा $B _{ H }=$ पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $=3.6 \times 10^{-5}\;Tesla$.)
चुम्बकीय याम्योत्तर है
एक चुम्बक को चुम्बकीय यामोत्तर (मेरीडियन) से $45^{\circ}$ का कोण बनाते हुए लटकाया गया है, जो कि क्षैतिज से $60^{\circ}$ का कोण बनाती है। नमन कोण का वास्तविक मान है
एक चुंबकीय सुई चुंबकीय याम्योत्तर के समांतर एक ऊर्ध्वाधर तल में घूमने के लिए स्वतंत्र है। इसका उत्तरी ध्रुव क्षैतिज से $22^{\circ}$ के कोण पर नीचे की ओर झुका है। इस स्थान पर चुंबकीय क्षेत्र के क्षैतिज अवयव का मान $0.35\, G$ है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण ज्ञात कीजिए।
किसी स्थान पर, नमन कोण $30^{\circ}$ है एवं पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $0.5\,G$ है। उस स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का कुल परिमाण ( $G$ में) होगा -