पृथ्वी के केन्द्र से किस दूरी पर गुरुत्वीय त्वरण $g $ का मान इसकी सतह के मान का आधा रह जायेगा ($R-$ पृथ्वी की त्रिज्या)
$2 \,R$
$R$
$0.414\, R$
$1.414 \,R$
किसी पिण्ड का भार अधिकतम होगा
किसी वस्तु को पृथ्वी तल से $h$ ऊँचाई पर ले जाने पर $m$ द्रव्यमान की वस्तु का भार $1\%$ घट जाता है। यदि इसी वस्तु को पृथ्वी तल से $h$ गहराई पर ले जाया जाये तो इसका भार
पृथ्वी के समान द्रव्यमान घनत्व वाले एक ग्रह की त्रिज्या $R=\frac{1}{10} \times$ (पृथ्वी की त्रिज्या) है। वैज्ञानिक इस ग्रह में $\frac{R}{5}$ गहराई वाला एक कुआँ खोदते है और इसमें उतनी ही लम्बाई तथा $10^{-3} \ kgm ^{-1}$ रेखीय द्रव्यमान घनत्व वाला एक तार डालते है, जो कुएँ को कही भी स्पर्श नहीं करता है। तार को पकड़कर यथास्थान रखने के लिए एक व्यक्ति द्वारा लगाया गया बल है (उपयोगी सूचनाः पृथ्वी की त्रिज्या $=6 \times 10^6 \ m$ तथा पृथ्वी की सतह पर गुरूत्वीय त्वरण $10 ms ^{-2}$ )
नीचे दो कथन दिए गए है।
कथन$-I:$ पृथ्वी तल पर विभिन्न स्थानों पर गुरुत्वीय त्वरण भिन्न-भिन्न होता है।
कथन$-II:$ जैसे हम पृथ्वी तल के नीचे जाते है गुरुत्वीय त्वरण बढ़ता है।
उपर्युक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनिएँ:
पृथ्वी के पृष्ठ पर किसी वस्तु का भार $63\, N$ है। पृथ्वी की त्रिज्या की आधी ऊंचाई पर पृथ्वी के कारण इस वस्तु पर गुरुत्वीय बल कितना है ?