दिखाए गए चित्र के अनुसार $4 \sqrt{3} \mathrm{~cm}$ सेमी. भुजा के समबाहु त्रिभुज की भुजाओं में बहने वाली धारा $2 \mathrm{~A}$ है, त्रिभुज के केन्द्र $\mathrm{O}$ पर चुम्बकीय क्षेत्र है:

(पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र प्रभाव नगण्य मानकर)

217999-q

  • [JEE MAIN 2023]
  • A

    $4 \sqrt{3} \times 10^{-4} \,T$

  • B

    $4 \sqrt{3} \times 10^{-5} \,T$

  • C

    $\sqrt{3} \times 10^{-4}\, T$

  • D

    $3 \sqrt{3} \times 10^{-5}\,T$

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एक मीटर लम्बाई के तार मेंं एक अचर धारा प्रवाहित है। तार को मोड़कर एक वृत्ताकार  कुण्डली बनाते हैं। कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $B$ है। इसी तार से न्यूनतम त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली बनाते हैं ताकि कुण्डली में चार फेरे हों। इस नई कुण्डली के केन्द्र पर अब चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा

$10$ सेमी त्रिज्या की कसकर लिपटी $100$ फेरों वाली एक कुंडली में प्रवाहित धारा $7 \mathrm{~A}$ है। कुंडली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण है (दिया है, निर्वात की चुम्बकशीलता $=4 \pi \times 10^{-7}$ $SI$ मात्रक) :

  • [NEET 2024]

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किसी लम्बे तार से कोई धारा प्रवाहित हो रही है। इस तार को एक फेरे के वृत्त में मोड़ने पर बनी कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र $B$ है। इसके बाद इसे मोड़कर $n$ फेरों की वृत्ताकार कुण्डली बनायी जाती है। इस कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा

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