दी गई व्यवस्था में बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र है
$\frac{{5{\mu _0}i\theta }}{{24\pi r}}$
$\frac{{{\mu _0}i\theta }}{{24\pi r}}$
$\frac{{11{\mu _0}i\theta }}{{24\pi r}}$
शून्य
निम्न चित्र में तार का बना हुआ एक वर्गाकार लूप $ ABCD$ दिखाया गया है। जिसके प्रत्येक भुजा की लम्बाई $a$ है। भाग $ABC$ का प्रतिरोध $r$ तथा भाग $ADC$ का प्रतिरोध $2r$ है। केन्द्र $O$ पर परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र होगा
एक कण जिस पर इलेक्ट्रॉन से $100$ गुना आवेश है $0.8$ मीटर त्रिज्या के एक वृत्तीय पथ में घूर्णन कर रहा है। केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र होगा $({\mu _0} = $ निर्वात् की चुम्बकशीलता है)
निम्न में से कौनसी राशि सदिश है
चुम्बकीय पारगम्यता की इकाई है
किसी वृत्त के चाप के रूप में मुड़े एक तार $A$ में $2\, A$ धारा प्रवाहित हो रही है तथा त्रिज्या $2 \,cm$ है जबकि वृत्त के चाप के रूप में मुड़े एक अन्य तार $B$ में $3\, A$ धारा प्रवाहित हो रही है तथा त्रिज्या $4 \,cm$ है। ये चित्रानुसार रखे हुए है। उभयनिष्ठ केन्द्र $O$ पर तार $A$ व $B$ के कारण चुम्बकीय क्षेत्रों का अनुपात होगा।