चित्र में दर्शाये अनुसार, प्रत्येक $20 \mathrm{~g}$ द्रव्यमान वाले दो समान बिन्दु आवेश $\left(\mathrm{q}_0=+2 \mu \mathrm{C}\right)$ एक आनत तल पर रखे हैं। माना आवेशों एवं तल के बीच कोई घर्षण नहीं है। दोनों बिन्दु आवेशों के निकाय की साम्यावस्था स्थिर के लिए, $\mathrm{h}=\mathrm{x} \times 10^{-3} \mathrm{~m}$ है। $\mathrm{x}$ का मान ________है। (यदि $\frac{1}{4 \pi \varepsilon_0}=9 \times 10^9 \mathrm{~N} \mathrm{~m}^2 \mathrm{C}^{-2}, \mathrm{~g}=10 \mathrm{~ms}^{-1}$ )
$200$
$300$
$400$
$100$
एक धातु के ठोस पृथक्कीकृत गोलाकार पर $ + Q$ आवेश दिया गया है। गोलाकार पर आवेश का वितरण
चार आवेश जिनमें प्रत्येक का परिमाण $-Q$ है किसी वर्ग के चार शीर्षों पर रखे हैं तथा इसके केन्द्र पर कोई आवेश $q$ स्थित है। यदि समस्त निकाय साम्यावस्था में है तो $q$ का मान है
निर्वात् में दो आवेश ${q_1}$, ${q_2}$ दूरी $d$ पर रखे गये हैं और इनके मध्य लगने वाला बल $F$ है। यदि उनके चारों ओर परावैद्युतांक $4$ वाला माध्यम भर दिया जाये तो अब बल का मान होगा
तीन आवेश ‘$a$’ भुजा वाले समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर रखे हैं। शीर्ष $A$ पर रखे आवेश द्वारा अनुभव किया गया बल $BC$ के लम्बवत् दिशा में होगा
$m_1$ एवं $m_2$ द्रव्यर्मान की धातु की दो छोटी गेंदे, एक ही लंबाई के धागे से किसी एक बिन्दु से लटकी है। जब गेंदों को एक समान आवेशित किया जाता है तब ऊर्ध्व के सापेक्ष दोनों धागे क्रमश: $30^{\circ}$ एवं $60^{\circ}$ कोण बनाते हैं। अनुपात $m_1 / m_2$ क्या होगा?