$60\,cm \times 50\,cm \times 20\,cm$ विमाओं वाला एक बर्फ का घनाकार टुकड़ा, $1\,cm$ मोटाई की दीवारों वाले एक कुचालक डिब्बे में रखा है। डिब्बे ने बर्फ को $0^{\circ}\,C$ तापमान पर रखा हुआ है, जिसको कमरे के तापमान $40^{\circ}\,C$ पर लाया जाता है। बर्फ के पिघलने की दर का सन्निकट मान होगा (बर्फ के संगलन की गुप्त ऊष्मा $3.4 \times 10^5\,J\,kg ^{-1}$ है, और कुचालक दीवार की ऊष्माय चालकता $0.05 Wm ^{-1 \circ} C ^{-1}$ ) है
$61 \times 10^{-1} kg\,s ^{-1}$
$61 \times 10^{-5} kg\,s ^{-1}$
$208\, kg\,s ^{-1}$
$30 \times 10^{-5} kg\,s ^{-1}$
यदि ताँबे की एक छड़ का अर्द्धव्यास और लम्बाई दोनों को ही दुगुना कर दिया जाये, तब उसमें बहने वाली ऊष्मा की दर ....... गुना बढ़ जाती है
एक झील में पानी ${0^o}C$ पर बर्फ में बदलता है जबकि वायुमण्डल का ताप $ - {10^o}C$ है। यदि $1$ सेमी बर्फ की परत जमने में $7$ घंटे लगते हैं तब बर्फ की परत की मोटाई $1$ सेमी से $2$ सेमी होने में लगा समय होगा
समरूप लंबाई तथा अनुप्रस्थ काट की तीन छड़े, भिन्न-भिन्न पदार्थो की बनी है जिनकी उष्मा चालकतायें क्रमशः $K_{1}, K_{2}$, तथा $K_{3}$ हैं। इनको चित्र के अनुसार एक लंबी छड़ के रूप में जोड़ दिया गया है। इस लंबी छड़ के एक सिरे को $100^{\circ} C$ तथा दूसरे सिरे को $0^{\circ} C$ पर रखते है (चित्र देखिये)। साम्यावस्था में छड़ को संधियों के तापमान $70^{\circ} C$ और $20^{\circ} C$ हैं। यदि छड़ की सतहों से उष्मा का क्षय नही होता है, तो $K _{1}, K _{2}$ तथा $K _{3}$ के बीच सही सबंध होगा -
यदि वायु का ताप $ - {\theta ^o}C$ (हिमांक के नीचे) एवं पानी पर $x$ सेमी. मोटी बर्फ की तह जमी हुई है, जो $t$ समय में $x$ मोटाई से बढ़कर $y$ मोटाई की हो जाती है, तो समय $t$ का मान होगा
(जबकि $r =$ बर्फ का घनत्व, $L =$ बर्फ की गुप्त ऊष्मा, $K =$ बर्फ की ऊष्मा चालकता)
$50$सेमी लम्बी तथा $5$सेमी. $ 2$ परिच्छेद क्षेत्रफल वाली एक छड़ में ऊष्मा प्रवाहित हो रही है। इसके सिरे क्रमश: ${25^o}C$ एवं ${125^o}C$ पर है। छड़ के पदार्थ का ऊष्मा चालकता गुणांक $0.092$ किलो कैलोरी /मी.$ \times $सैकन्ड$ \times $$^o$से है। छड़ में ताप प्रवणता है