एक इलैक्ट्रान एक सीधी धारावाही परिनालिका की अक्ष के अनुदिश नियत वेग से गति करता है।
$A$. इलैक्ट्रान, परिनालिका की अक्ष के अनुदिश चुम्बकीय बल का अनुभव करेगा।
$B$. इलैक्ट्रान, चुम्बकीय बल का अनुभव नहीं करेगा।
$C$. इलैक्ट्रान, परिनालिका की अक्ष के अनुदिश लगातार गति करेगा।
$D$. इलैक्ट्रान, परिनालिका की अक्ष के अनुदिश त्वरित होगा।
$E$. इलैक्ट्रान, परिनालिका के अन्दर परवलयाकार पथ का अनुसरण करेगा।
नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए:
केवल $B$, $C$ तथा $D$
केवल $B$ तथा $C$
केवल $A$ तथा $D$
केवल $B$ तथा $E$
धारायुक्त एक लम्बी परिनालिका इस प्रकार रखते हैं इसका अक्ष ऊध्र्व दिशा में है। $v$ वेग से एक प्रोटॉन परिनालिका की अक्ष पर नीचे गिर रहा है। प्रोटॉन परिनालिका मे प्रवेश करने के पश्चात्
एक इलेक्ट्रॉन उत्तर की ओर गतिशील है। यह ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर एक बल अनुभव करता है। इलेक्ट्रॉन की स्थिति पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा होगी
एक समांगी विद्युत क्षेत्र $\mathop E\limits^ \to $ एवं एक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to $ एक ही दिशा में हैं। एक प्रोटॉन को विद्युत क्षेत्र $\mathop E\limits^ \to $ के समान्तर प्रक्षेपित किया जाता है, तब यह
एक इलेक्ट्रॉन एक चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है। यदि चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा इलेक्ट्रॉन के वेग के लम्बवत् है, तो
जब कोई विद्युत आवेशित कण एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है तो इसकी गतिज ऊर्जा