किसी धनुर्विद्या ( या तीरंदाजी) लक्ष्य के तीन क्षेत्र हैं, जो आकृति में दर्शाए अनुसार तीन संकेंद्रीय वृत्तों से बने हैं। यदि इन संकेंद्रीय वृत्तों के व्यास $1: 2: 3$ के अनुपात में हैं, तो इन तीनों क्षेत्रों के क्षेत्रफलों का अनुपात ज्ञात कीजिए।
$2: 3: 5$
$1: 3: 2$
$1: 2: 5$
$1: 3: 5$
त्रिज्या $28 \,cm$ वाले एक वृत्त के उस त्रिज्यखंड का क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए, जिसका केंद्रीय कोण $45^{\circ}$ है।
एक त्रिभुज $ABC$ के $A , B$ और $C$ शीर्षों को केंद्र मानकर तथा त्रिज्याएँ $5\, cm$ लेकर आकृति में दर्शाए अनुसार चाप खींचे गये हैं। यदि $AB =14\, cm , BC =48\, cm$ और $CA =50\, cm$ है, तो छायांकित क्षेत्र का क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए $(\pi=3.14$ का प्रयोग कीजिए।) ($cm^2$ में)
यदि $R _{1}$ और $R _{2}$ वाले दो वृतों के क्षेत्रफलों का योग त्रिज्या $R$ वाले वृत्त के क्षेत्रफल के बराबर हो, तो
त्रिज्या $14 \,cm$ वाले एक वृत्त के लघु वृत्तखंड का क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए, जिसके संगत त्रिज्यखंड का कोण $60^{\circ}$ है।
व्यासों $36\, cm$ और $20 \,cm$ वाले दो वृत्तों की परिधियों के योग के बराबर परिधि वाले एक वृत्त की त्रिज्या है ($cm$ में)