एक तार का द्रव्यमान $0.3 \pm 0.003\,g$, त्रिज्या $0.5 \pm 0.005\,mm$ तथा लम्बाई $6 \pm 0.06\,cm$ है। इसके घनत्व के मापन में अधिकतम प्रतिशत त्रुटि .......... $\%$ होगी

  • [IIT 2004]
  • A

    $1$

  • B

    $2$

  • C

    $3$

  • D

    $4$

Similar Questions

किसी सरल लोलक का आवर्तकाल, $T =2 \pi \sqrt{\frac{ L }{ g }}$ है। इस लोलक की मापित लम्बाई, जिसे उस मीटर स्केल से मापा गया है जिसका अल्पतमांश $1 \,mm$ है, $1.0\, m$ है, तथा इसके एक दोलन का समय, जिसे $0.01\, s$ का विभेदन कर सकने वाली विराम घड़ी द्वारा मापा गया है, $1.95 \,s$ है। $g$ का मान ज्ञात करने में होने वाली त्रुटि की प्रतिशतता होगी। ($\%$ में)

  • [JEE MAIN 2021]

एक प्रयोग में निम्न प्रेक्षण लिए गये: $L = 2.820\, m, M = 3.00 \,kg, l = 0.087 \,cm$, Diameter $D = 0.041 \,cm$ Taking $g = 9.81$ $m/{s^2}$  लेकर तथा सूत्र $Y=\frac{{4MgL}}{{\pi \,{D^2}l}}$ का उपयोग करते हुए $Y$ में अधिकतम प्रतिशत त्रुटि प्राप्त ......... $\%$ होगी

एक सरल दोलक के प्रयोग, जिसमें गुरुत्वीय त्वरण $( g )$ मापना है, में $20$ दोलनों का समय एक $1 \,sec$. अल्पतमांक वाली एक विराम घड़ी से मापते हैं। इस समय का माध्य मान $30 \,s$ आता है। दोलक की लम्बाई को $1 \,mm$ अल्पतमांक के पैमाने से मापने पर $55.0 \,cm$ आती है। $g$ के मापन में प्रतिशत त्रुटि का सन्निकट मान .......... $\%$ होगा।

  • [JEE MAIN 2019]

एक साधारण लोलक का प्रयोग किसी स्थान पर गुरूत्वाकर्षण के कारण त्वरण $g$ का मान ज्ञात करने के लिये किया जाता है । यदि लोलक की लम्बाई $25.0\, cm$ हो और इसके $40$ दोलनों के लिये एक $1 \,s$ वियोजन (resolution) वाली स्टॉपवाच से नापा गया समय $50 \,s$ हो तो $g$ के मान की परिशुद्धता (accuracy) ...... $\%$ होगी ।

  • [JEE MAIN 2020]

ठोस धातु के एक गोले के घनत्व को उसके द्रव्यमान तथा व्यास के द्वारा ज्ञात करते हैं। यदि द्रव्यमान तथा व्यास के मापन में सापेक्ष त्रुटियाँ क्रमशः $6.0 \,\%$ और $1.5\, \%$ हो तो गोले के व्यास में अधिकतम त्रुटि $\left(\frac{ x }{100}\right) \,\%$ हैं, और $x$ का मान हैं.....।

  • [JEE MAIN 2020]