$I$ धारावाही एक तार, $P$ तथा $Q$ बिन्दुओं पर बंधा है और अपने आस-पास चुम्बकीय क्षेत्र $B$ के कारण (जो $\times \times \times$ द्वारा दर्शाया गया है और इस पृष्ठ के लम्बवत् है) $R$ त्रिज्या के वृत्ताकार चाप के रूप में आ जाता है। यदि यह तार, उस वृत्त के केन्द्र पर जिसका यह चाप भाग है, $2 \theta_{0}$ कोण बनाता है तो, तार में तनाव होगा :

822-816

  • [JEE MAIN 2015]
  • A

    $\frac{{IBR}}{{2\,\sin \,{\theta _0}}}$

  • B

    $\frac{{IBR{\theta _0}}}{{\sin \,{\theta _0}}}$

  • C

    $IBR$

  • D

    $\frac{{IBR}}{{\,\sin \,{\theta _0}}}$

Similar Questions

दो बहुत लम्बे, सरल रेखीय, समानान्तर चालक $A$ एवं $B$ एकदूसरे से $10\,cm$ की दूरी पर रखे हैं, जिनमें क्रमशः $5\,A$ एवं $10\,A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। दोनों चालकों में धारा की दिशा समान है। चालकों के बीच प्रति इकाई लम्बाई पर लगने वाला बल है :$\left(\mu_0=4 \pi \times 10^{-7}\right.$ $SI$ मात्रक)

  • [NEET 2022]

दो लम्बे व समान्तर तारों में प्रवाहित धारायें क्रमश: $i_1$ व $i_2$ (${i_1} > {i_2}$) हैं। जब इनमें प्रवाहित धाराओं की दिशायें समान हैं तब तारों के बीच मध्य बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $10\, \mu T$ है। जब $i_2$ धारा की दिशा विपरीत कर दी जाती है तब इसका मान $40\, \mu T$ हो जाता है, अनुपात ${i_1}/{i_2}$ है

एक सीधे धारावाही चालक में $5A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। एक इलेक्ट्रॉन चालक के समान्तर $0.1$ मीटर की दूरी पर $5 \times {10^6}\,m{s^{ - 1}}$ की चाल से गति कर रहा है, इस पर लगने वाला बल है

तीन लम्बे, सीधे एवं समान्तर धारावाही तारों को चित्रानुसार व्यवस्थित किया गया है। तार $C$ की $25\, cm$ लम्बाई पर कुल बल होगा

दो लम्बे, सीधे, समान्तर तारों के बीच की दूरी $d$ है। इनसे $I _{1}$ तथा $I _{2}$ धारायें प्रवाहित हो रही हैं ( जिनके मान समायोजित किये जा सकते हैं) यदि इन तारों के बीच प्रतिकर्षण होने पर इनके बीच बल $' F '$ को 'धनात्मक' तथा इन के बीच आकर्षण होने पर बल $F$ को ऋणात्मक माना जाय तो, $I _{1}$ तथा $I _{2}$ के गुणनफल $\left( I _{1} I _{2}\right)$ पर ' $F ^{\text {' }}$ के निर्भर होने को कौन सा ग्राफ ठीक (सही) दर्शाता है ?

  • [JEE MAIN 2015]