$2.4 \,m$ व्यास के किसी एकसमान आवेशित चालक गोले का पृष्ठीय आवेश छनत्व $80.0 \mu C / m ^{2}$ है।
$(a)$ गोले पर आवेश ज्ञात कीजिए।
$(b)$ गोले के पृष्ठ से निर्गत कुल वैद्युत फ्लक्स क्या है?
$(a)$ Diameter of the sphere, $d =2.4\, m$
Radius of the sphere, $r=1.2\, m$
Surface charge density, $\sigma=80.0\, \mu\, C / m ^{2}=80 \times 10^{-6} \,C / m ^{2}$
Total charge on the surface of the sphere, $Q=$ Charge density $\times$ Surface area $=\sigma \times 4 \pi r^{2}=80 \times 10^{-6} \times 4 \times 3.14 \times(1.2)^{2}$$=1.447 \times 10^{-3} \,C$
Therefore, the charge on the sphere is $1.447 \times 10^{-3} \,C$
$(b)$ Total electric flux ($\phi_{ total }$) leaving out the surface of a sphere containing net charge $Q$ is given by the relation,
$\phi_{\text {Total }}=\frac{Q}{\varepsilon_{0}}$
Where, $\varepsilon_{0}=$ Permittivity of free space $=8.854 \times 10^{-12} \,N ^{-1} \,C ^{2} \,m ^{-2}$
$Q=1.447 \times 10^{-3} \,C$
$\therefore \phi_{\text {Total }}=\frac{1.447 \times 10^{-3}}{8.854 \times 10^{-12}}$
$=1.63 \times 10^{8} \,N\, C ^{-1} \,m ^{2}$
Therefore, the total electric flux leaving the surface of the sphere is $1.63 \times 10^{8} \;N \,C ^{-1} \,m ^{2} .$
किसी लम्बे बेलनाकार कोश के ऊपरी भाग में धनात्मक पृष्ठ आवेश $\sigma$ तथा निचले भाग में ऋर्णात्मक पृष्ठ आवेश $-\sigma$ हैं। इस बेलन (सिलिन्डर) के चारों ओर विघुत क्षेत्र-रेखायें, यहाँ दर्शाये गये आरेखों में से किस आरेख के समान होंगी ?
(यह आरेख कंवल व्यवस्था आरेख है और स्कंल के अनुसार नहीं है )
किसी काले बॉक्स के पृष्ठ पर विध्यूत क्षेत्र की सावधानीपूर्वक ली गई माप यह संकेत देती है कि बॉक्स के पृष्ठ से गुजरने वाला नेट फ्लक्स $8.0 \times 10^{3}\, Nm ^{2} / C$ है।
$(a)$ बॉक्स के भीतर नेट आवेश कितना है?
$(b)$ यद् बॉंक्स के पृष्ठ से नेट बहिर्मुखी फ्लक्स शून्य है तो क्या आप यह निष्कर्ष निकालेंगे कि बॉक्स के भीतर कोई आवेश नहीं है? क्यों, अथवा क्यों नहीं?
चार बंद पृष्ठ तथा उनके आवेश विन्यास को निम्न चित्र में दर्शाया गया है।
यदि उनके पृष्ठ से बद्ध वैद्युत फ्लक्स क्रमशः $\Phi_{1}, \Phi_{2^{\prime}} \Phi_{3}$ तथा $\Phi_{4}$ हों तो
दो अनन्त समतल और समान्तर चादरों के बीच की दूरी $d$ है। उन पर बराबर एवं विपरीत आवेश का पृष्ठ घनत्व $\sigma $ है। चादरों के बीच में किसी बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता होगी
आंतरिक त्रिज्या $R _1$ और बाहरी त्रिज्या $R _2$ वाली किसी मोटे चालक गोलीय कोश (thick conducting spherical shell) के गुहिका (cavity) के अंदर +q आवेश (charge) रखा गया। एक दूसरे आवेश $+2$ को कोश के केन्द्र से $r$ दूरी पर रखा गया, जहाँ $r > R _2$ है। तब, खोखली गुहिका में विद्युत क्षेत्र (electric field)