एक $3.0\, cm$ लंबा तार जिसमें $10\, A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है, एक परिनालिका के भीतर उसके अक्ष के लंबवत रखा है। परिनालिका के भीतर चुंबकीय क्षेत्र का मान $0.27\, T$ है। तार पर लगने वाला चुंबकीय बल क्या है।
$1.6 \times 10^{-3} \;N$
$0.9 \times 10^{-2} \;N$
$8.1 \times 10^{-2} \;N$
$0.3 \times 10^{-2} \;N$
चित्र में दिखाई गई आयताकार कुण्डली पर परिणामी बल है
$0.1\, m$ की दूरी पर एक-दूसरे के समान्तर स्थित दो तारों में से प्रत्येक में $5\, A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। प्रत्येक तार की प्रति मीटर लम्बाई पर लगने वाले बल का मान होगा
एक अनन्त लम्बा सरल रेखीय तार $AB$ स्थिर है, एवं इसमें धारा प्रवाहित हो रही है। एक अन्य निश्चित लम्बाई का गतिमान तार $CD$, $AB$ के लम्बवत् स्थित है एवं इसमें चित्र में दिखाये अनुसार धारा प्रवाहित हो रही है। यदि तार $CD$ का भार नगण्य है, तो
एक मीटर लम्बे तार को $1.5$ टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र में चुम्बकीय क्षेत्र से ${30^o}$ के कोण पर रखा गया है। यदि तार में $10\, A$ की धारा प्रवाहित हो रही हो तो तार पर लगने वाला बल.......$N$ है
एक प्रोटोन आकाश के एक परिसर में बिना वेग परिवर्तन के एक नियत वेग से गति करता है। यदि $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ तथा $\overrightarrow{\mathrm{B}}$ क्रमशः वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र हों तो आकाश के उस परिसर में होगा :
($A$) $\mathrm{E}=0, \mathrm{~B}=0$
($B$) $\mathrm{E}=0, \mathrm{~B} \neq 0$
($C$) $\mathrm{E} \neq 0, \mathrm{~B}=0$
($D$) $\mathrm{E} \neq 0, \mathrm{~B} \neq 0$
नीचे दिये गये कथनों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए :