$0^{\circ} C$ पर $150\, g$ पानी को ऊष्मीय विलग पात्र में रखा गया है। पात्र से वायु को रूद्धोष्म प्रक्रम द्वारा निष्कासित करते है। पानी का एक भाग बर्फ में तथा शेष $0^{\circ} C$ की वाष्प में परिवर्तित हो जाता है। वाष्पित पानी के द्रव्यमान का निकटतम मान ....... $g$ होगा।
(पानी के वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा $=2.10 \times 10^{6}\, J kg ^{-1}$ और पानी के गलन की गुप्त ऊष्मा $=3.36 \times 10^{5} \,J kg ^{-1}$ )
$35$
$150$
$130$
$20$
$30^{\circ} C$ तापमान पर एक बोतल में रखे पानी को चंद्रमा की सतह पर खोला जाता है। तब
किसी पदार्थ की वाष्पन की गुप्त ऊष्मा सदैव
समान द्रव्यमान $m$ के दो पदार्थो $A$ व $B$ को $6 \,cal \,s{^{-1}}$ की दर से गर्म किया जाता है। दोनों पदार्थो के लिए अन्य परिस्थतियाँ समान हैं। दोनों के लिए ताप-समय वक्र को चित्र में प्रदर्शित किया गया है। पूर्ण गलन के लिए अवशोषित ऊष्मा अनुपात ${H_A}/{H_B}$ है
वाष्प की गुप्त ऊष्मा $ 536 \,cal/gm$ है तब इसका मान जूल/किग्रा में होगा
शुष्क बर्फ (Dry ice) है