एक पनडुब्बी जिसकी छत पर $30 \times 30 \,cm ^2$ की एक खिड़की है किसी समुद्र में समुद्र तल से $100 \,m$ की गहराई पर है. यदि पनडुब्बी के अन्दर का दाब समुद्र तल पर वायुमंडलीय दाब के बराबर बना हुआ है, तो खिड़की पर कार्य कर रहे बल का मान निम्न में से ............... $N$ है? (मान लीजिये कि समुद्र के पानी का घनत्व $=1.03 \times 10^3 \,kg / m ^3$ और गुरुत्वीय त्वरण $=10 \,m / s ^2$ है)
$0.93 \times 10^5 \,N$
$0.93 \times 10^3 \,N$
$1.86 \times 10^5 \,N$
$1.86 \times 10^3 \,N$
किसी झील की तली में वायु का एक बुलबुला स्थित है, जिसकी त्रिज्या $ r $ है। तली से ऊपरी सतह की ओर जाने पर बुलबुले की त्रिज्या $2r $ हो जाती है। यदि वायुमण्डलीय दाब जल स्तंभ का $P$ सेमी है, तब झील की गहराई है
दर्शाए गए चित्र से प्राप्त सही निष्कर्ष है
$1 \,cm$ त्रिज्या की एक संगमरमर की गोली एक $40 cm$ ऊँची बाल्टी के तल में स्थित वृत्तीय छिद्र में, जिसकी त्रिज्या गोले के त्रिज्या से थोड़ी कम है, में फंसी है (आकलन के लिए दोनों त्रिज्याओं को समान लिया जा सकता है) बाल्टी में $10 \,cm$ ऊँचाई तक पानी भरा है। यदि गोली का द्रव्यमान $20 \,g$ है, तो उस पर पानी के द्वारा लगा बल इनमे से किसके करीब होगा ?
एक हल्के बेलनाकार बर्तन को एक क्षैतिज तल पर रखा गया है। इसके आधार का क्षेत्रफल $A$ है। इसके निचले तल में एक $'a'$ अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल वाले छिद्र को बनाया गया है। वह न्यूनतम घर्षण गुणांक जो बर्तन को निकलते हुए द्रव के कारण उत्पन्न बल द्वारा न खिसकाने के लिए आवश्यक है। $( a << A )$ :
किसी $U-$ नली की दोनों भुजाओं में भरे जल तथा मेथेलेटिड स्पिरिट को पारा एक-दूसरे से पृथक् करता है । जब जल तथा पारे के स्तंभ क्रमश: $10\, cm$ तथा $12.5\, cm$ ऊँचे हैं, तो दोनों भुजाओं में पारे का स्तर समान है । स्पिरिट का आपेक्षिक घनत्व ज्ञात कीजिए।