एक सीधे तार में $10\, A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। इसे $5$ सेमी त्रिज्या वाले अर्धवृत्ताकार चाप में मोड़ दिया गया है। केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण होगा
$1.5 \times {10^{ - 5}}\,T$
$3.14 \times {10^{ - 5}}\,T$
$6.28 \times {10^{ - 5}}\,T$
$19.6 \times {10^{ - 5}}\,T$
किसी $R$ त्रिज्या के पतले छल्ले ( रिंग) पर $q$ आवेश समानरूप से विस्तारित (फैला) है। यह छल्ला अपनी अक्ष के परित: एकसमान आवृत्ति $fHz$ से घूर्णन करता है। तो इसके केन्द्र पर चुम्बकीय-प्ररेण का मान होगा:
हाइड्रोजन परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर $0.53\,{\mathop A\limits^o }$ की त्रिज्या में $6.6 \times {10^{15}}$ चक्कर प्रति सैकण्ड लगा रहा है। कक्षा के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का मान ......$wb/{m^2}$ होगा
एक $R$ त्रिज्या के वृत्त की चाप केन्द्र पर $\frac{\pi }{2}$ कोण बनाती है। इसमें $I$ धारा बह रही है। केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा
एक इलेक्ट्रॉन एक प्रोटॉन के चारो ओर वृत्तीय मार्ग पर घूम रहा है। यदि वृत्तीय कक्षा की त्रिज्या $1\,\mathop A\limits^o $ एवं इलेक्ट्रॉन के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र $16\, weber/m^2$ हो तब इसका कोणीय संवेग होगा
एक सन्निकट लपेटों वाली समतल वृत्ताकार कुण्डली में फेरों की संख्या $25$, इसका व्यास $10$ सेमी. एवं इसमें प्रवाहित धारा $4$ ऐम्पियर है। कुण्डली के केन्द्र पर फ्लक्स घनत्व है