$100$ ग्राम द्रव्यमान की एक गोलीय वस्तु पृथ्वी तल से $10$ मी. की ऊँचाई से गिराई गई है। जमीन से टकराने के बाद वस्तु $5$ मी. की ऊँचाई तक उछलती है। जमीन द्वारा वस्तु को दिया गया बल का आवेग होगा : (दिया है, $\mathrm{g}=9.8 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ )
$4.32 \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1}$
$43.2 \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1}$
$23.9 \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1}$
$2.39 \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1}$
$100$ ग्राम द्रव्यमान की लोहे की गेंद किसी दीवार से $30^°$ के कोण पर $10 $ मी/सैकण्ड के वेग से टकराती है तथा समान कोण पर वापिस लौटती है। यदि गेंद तथा दीवार के मध्य संपर्क समय $0.1$ सैकण्ड हो तो दीवार द्वारा अनुभव किया गया बल ........... $N$ होगा
दिए गए ग्राफ $I, II, III$ व $IV $ समय के साथ बल में होने वाले परिवर्तन को दर्शाते हैं। कौन सा ग्राफ उस स्थिति को दर्शाता है, जब आवेग अधिकतम है
$80$ किग्रा का एक मनुष्य $320$ किग्रा की एक ट्रॉली में खड़ा है। ट्रॉली घर्षण रहित क्षैतिज पटरियों पर खड़ी है। यदि व्यक्ति ट्रॅाली में $1$ मी/सै की चाल से चलना प्रारम्भ करदे तो $4$ सैकण्ड पश्चात उसका जमीन के सापेक्ष विस्थापन ........ $m$ होगा
निम्न कथन पर विचार करें - ‘‘किसी ऊँचाई से कूदते समय, जैसे ही आप विराम में आते हैं अपने पैर दृढ़ रखने के बजाय मोड़ लेते हैं।’’ निम्न में से कौनसा संबंध कथन को समझाने के लिए उपयोगी होगा
$100 \,gm$ द्रव्यमान की लोहे की एक गेंद $10\, m/s$ के वेग से एक दीवार से ${30^o}$ के कोण पर टकराती है तथा समान कोण से वापस लौटती है यदि गेंद व दीवार के बीच सम्पर्क समय $1 $ सैकण्ड हो, तो दीवार द्वारा अनुभव किया गया बल ............ $\mathrm{N}$ है