एक उपग्रह $R$ त्रिज्या की वृत्तीय कक्षा में एक दिन में पृथ्वी का एक चक्कर पूर्ण करता है। एक अन्य उपग्रह वृत्तीय कक्षा में $8$ दिन में पृथ्वी का एक चक्कर पूर्ण करता है। द्वितीय उपग्रह की कक्षा की त्रिज्या होगी
$8 R$
$4R$
$2R$
$R$
एक पुच्छल तारे की सूर्य से अधिकतम एवं न्यूनतम दूरियाँ क्रमश: $8 \times {10^{12}}$ मीटर एवं $1.6 \times {10^{12}}$ मीटर हैं। जब यह सूर्य के नजदीक है तब इसका वेग $60$ मीटर/सैकण्ड है। जब यह अधिकतम दूरी पर है तब इसका वेग मीटर/सैकण्ड में होगा
एक तुल्यकाली उपग्रह पृथ्वी तल से $6R$ ऊँचाई पर पृथ्वी के चक्कर लगा रहा है, जहाँ $R$ पृथ्व की त्रिज्या है। एक अन्य उपग्रह का परिक्रमण काल क्या होगा जो पृथ्वी तल से $2.5R$ ऊँचाई पर चक्कर लगा रहा है
सूर्य के परित: ग्रह $A$ का परिक्रमण काल, ग्रह $B$ की तुलना में $8$ गुना है। $A$ की सूर्य से दूरी, $B$ की सूर्य से दूरी की कितने गुना होगी
यदि सूर्य के परित: वृतीय कक्ष में घूमते हुए द्रव्यमान $m$ के एक ग्रह का, सूर्य के केंद्र के सापेक्ष, कोणीय संवेग $L$ है, तो इसकी क्षेत्रीय गति होगी :
पृथ्वी के एक उपग्रह $S$ की कक्षीय त्रिज्या एक दूरसंचार उपग्रह $C$ की कक्षीय त्रिज्या की चार गुनी है। $S$ का परिक्रमण काल ........ दिन है