एक धनावेशित पतली धातु की वलय जिसकी त्रिज्या $R$, $xy$-तल में स्थित है तथा इसका केन्द्र मूल बिन्दु $O$ पर है। एक ऋणावेशित कण $P$ विराम अवस्था से बिन्दु $(0,\,0,\,{z_0})$ से छोड़ा जाता है, यहाँ ${z_0} > 0$ तो $P$ की गति होगी

  • [IIT 1998]
  • A

    $z_0$ सभी मानों के लिये दोलनी जोकि $0 < {z_0} < \infty $को संतुष्ट करें

  • B

    $z_0$ के सभी मानों के लिये सरल आवर्त गति जो कि $0 < {z_0} < R$ को संतुष्ट करें

  • C

    लगभग सरल आवर्त गति जबकि ${z_0} <  < R$

  • D

    दोनों $(b)$ और $(c)$

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एक आवेशित खोखला गोला विद्युत क्षेत्र उत्पन्न नहीं करता

दो बिंदु आवेश $q_{1}$ तथा $q_{2}$ जिनके परिमाण क्रमश: $+10^{-8} C$ तथा $-10^{-8} C$ हैं एक दूसरे से $0.1\, m$ दूरी पर रखे हैं। चित्र में दर्शाए बिदुं $A , B$ तथा $C$ पर विध्युत  क्षेत्र परिकलित कीजिए।

दो बिन्दु आवेश $A$ तथा $B$ जिनके परिमाण क्रमश: $+8 \times 10^{-6} C$ तथा $-8 \times 10^{-6} C$ हैं, '$d$' दूरी पर रखे हुयें हैं। यदि आवेशों के मध्य बिन्दु $O$ पर विद्युत क्षेत्र $6.4 \times 10^4 NC ^{-1}$ है, तो बिन्दु आवेशों $A$ तथा $B$ के मध्य दूरी ' $d$ ' $............m$ होगी

  • [JEE MAIN 2022]

त्रिज्या $r$ की एक पतले अर्द्ध-वृत्तीय वलय पर धनात्मक आवेश $q$ एकसमान रूप से वितरित है। केन्द्र $O$ पर परिणामी क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ है।

  • [AIEEE 2010]

एक आवेशित पानी की बूँद की त्रिज्या $0.1\,\mu m$ है। यह बूँद एक विद्युत क्षेत्र में साम्यावस्था में है। यदि इस पर एक इलेक्ट्रॉन के बराबर आवेश है तो विद्युत क्षेत्र की तीव्रता........$N/C$ होगी