एक ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाता है। सूर्य से सबसे नजदीक बिन्दु $P$ पर इसका वेग ${v_1}$ तथा सूर्य से इस बिन्दु की दूरी ${d_1}$ है। दूसरे बिन्दु $Q$ पर जो कि सूर्य से सबसे अधिक दूरी ${d_2}$ पर है, ग्रह की चाल होगी
$\frac{{d_1^2{v_1}}}{{d_2^2}}$
$\frac{{{d_2}{v_1}}}{{{d_1}}}$
$\frac{{{d_1}{v_1}}}{{{d_2}}}$
$\frac{{d_2^2{v_1}}}{{d_1^2}}$
प्रत्येक ग्रह सूर्य के परितः दीर्घ वृत्ताकार कक्षा में गति करता है।
$A.$ ग्रह पर लगने वाला बल सूर्य से दूरी के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
$B.$ ग्रह पर लगने वाला बल ग्रह तथा सूर्य के द्रव्यमानों के गुणनफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
$C.$ ग्रह पर कार्यरत अभिकेन्द्रीय बल की दिशा सूर्य से बाहर की ओर होती है।
$D.$ सूर्य के परितः ग्रह के परिक्रमण काल का वर्ग दीर्घवृत्ताकार कक्षा के अर्द्ध दीर्घ अक्ष के घन के सीधे अनुक्रमानुपाती होता है।
नीचे दिए गए विकल्पों से सही उत्तर चुनिए विकल्प :
यदि पृथ्वी की सूर्य से दूरी वर्तमान दूरी की $\frac{1}{4}$ गुनी हो जाए तो एक वर्ष का समय
पृथ्वी से सूर्य की दूरी $1.5 \times 10^6 \mathrm{~km}$ है। एक काल्पनिक ग्रह की सूर्य से दूरी क्या होगी यदि इसका घूर्णन काल 2.83 वर्ष है ?
$m$ द्रव्यमान का एक उपग्रह एकसमान कोणीय वेग से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। यदि कक्षा की त्रिज्या ${R_0}$ तथा पृथ्वी का द्रव्यमान $M$ है, तो उपग्रह का पृथ्वी के केन्द्र के सापेक्ष कोणीय संवेग है
केपलर का द्वितीय नियम (क्षेत्रफल का नियम) आधारित है