एकांक द्रव्यमान का कोई कण एक विमीय गति करता है ओर इसका वेग समीकरण $v(x)= \beta {x^{ - 2n}}$ के अनुसार परिवर्तित होता है, जहाँ $b$ तथा $n$ स्थिरांक हैं तथा $x$ कण कि स्थिति है। इस कण के त्वरण को $x$ के फलन के रूप में निरूपित किया जा सकता है
$-2n$${\beta ^2}{X^{ - 2n - 1}}$
$-2n$${\beta ^2}{X^{ - 4n - 1}}$
$-2n$${\beta ^2}{X^{ - 2n + 1}}$
$-2n$${\beta ^2}{X^{ - 4n + 1}}$
दिये गये ग्राफ में विस्थापन के सापेक्ष वेग के परिवर्तन को दिखाया गया है, तो निम्न में से कौनसा ग्राफ सही रूप में विस्थापन के सापेक्ष त्वरण में परिवर्तन को दर्शाता है
वाहनों की अवरोधन दूरी : अवरोधन दूरी से हमारा अभिप्राय उस दूरी से है जो गतिमान वस्तु ब्रेक लगाने के कारण रूकने से पहले चल चुकी होती है सड़क पर गतिमान वाहनों की सुरक्षा के संबंध में यह एक महत्वपूर्ण कारक है । यह दूरी वाहन के प्रारंभिक वेग $\left(v_{0}\right)$ तथा उसके ब्रेक की क्षमता या ब्रेक लगाए जाने के परिणामस्वरूप वाहन में उत्पन्न मंदन $-a$ पर निर्भर करती है। किसी वाहन की अवरोधन दूरी के लिए $v_{\circ}$ तथा $a$ के पदों में व्यंजक निकालिए ।
विरामावस्था में स्थित एक कण संदर्भ बिन्दु $\mathrm{x}=0$ से $x$-अक्ष के अनुदिश $v$ वेग गति प्रारम्भ करता है जिसका वेग निम्न प्रकार परिवर्तित होता है $v=4 \sqrt{x}$ मी./से. कण का त्वरण. . . . . . . . . मी./से. ${ }^2$ हैं।
एक कण पूर्व की ओर $5 $ मी/सैकण्ड के वेग से चलता है। $10$ सैकण्ड बाद इसकी दिशा उत्तर की ओर हो जाती है तथा वेग वही रहता है। कण का औसत त्वरण होगा
समय $t$ व विस्थापन $x$ में सम्बन्ध निम्न सूत्र द्वारा व्यक्त किया गया है $t = \alpha {x^2} + \beta x,$ यहाँ $\alpha $ व $\beta $ स्थिरांक है। इसमें अवमन्दन होगा