किसी ग्रह $A$ पर मनुष्य $1.5 $ मीटर ऊँचाई तक उछल सकता है। उस ग्रह पर मनुष्य की उछाल ....... $m$ होगी जिसका घनत्व तथा त्रिज्या $A$ की तुलना में क्रमश: एक चौथाई तथा एक तिहाई है
$1.5$
$15$
$18$
$28$
$R$ त्रिज्या एवं $d$ घनत्व वाले एक ग्रह की सतह के निकट गुरुत्वजनित त्वरण निम्न के अनुक्रमानुपाती है
किस ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण का मान, सतह के मान का $25\%$ रह जाएगा (पृथ्वी की त्रिज्या $= R$ मीटर)
एक $M$ द्रव्यमान और $R$ त्रिज्या का तारा गैसों द्वारा बना हुआ है | तारा बनाने वाले गैसों के गुरुत्वीय खिंचाव के कारण उत्पन्न होने वाले औसत गुरुत्वीय दबाव जो तारे को दबाता है, त्रिज्या $R$ पर इस प्रकार निर्भर करता है
एक नए ग्रह पर विचार कीजिए , जिसका धनत्व पृथ्वी के घनत्व के समान है, किंतु यह आकार में पृथ्वी से तीन गुना बड़ा है । यदि पृथ्वी की सतह पर गुरुत्वीय त्वरण $g$ हो तो नए ग्रह की सतह पर $g'$ होगा
पृथ्वी की सतह से उस बिन्दु की ऊँचाई क्या होगी जिस पर गुरुत्वीय त्वरण पृथ्वी की सतह पर गुरुत्वीय त्वरण का $1\%$ हो जाये ($R =$ पृथ्वी की त्रिज्या)