एक लम्बा बेलनाकार पात्र द्रव से आधा भरा हुआ है। जब पात्र को इसकी स्वयं की ऊर्ध्वाधर अक्ष के सापेक्ष घुमाया जाता है तो द्रव दीवार के नजदीक ऊपर की ओर चढ़ता है। यदि पात्र की त्रिज्या $5\, cm$ हो तथा इसकी घूर्णन चाल $2$ घूर्णन प्रति सेकण्ड हो तो केन्द्र तथा इसकी साइडों की ऊँचाई में $cm$ में अन्तर होगा?
$2.0$
$0.1$
$0.4$
$1.2$
बर्नूली समीकरण के अनुप्रयोग में यदि निरपेक्ष दाब के स्थान पर प्रमापी दाब (गेज़ दाब) का प्रयोग करें तो क्या इससे कोई अंतर पडेगा ? स्पष्ट कीजिए ।
चित्र में दिए अनुसार किसी वाटर टैंक पर विचार कीजिए। इसके अनुप्रस्थकाट का क्षेत्रफल $0.4\, m ^{2}$ है। टैंक के निचले सिरे के पास, $B$ पर कोई निकास है जिसकी अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $1\, cm ^{2}$ है। एक $24$ किलोग्राम भार जल की ऊपरी सतह पर डाला जाता है, जब वॉटर टैंक में जल का तल निचले सिरे से $40\, cm$ ऊपर है तो $B$ से बाहर आने वाले जल का वेग $v\, ms ^{-1}$ है $v$ का मान निकटतम पूर्णांक में ज्ञात कीजिये। [g का मान $10 \,ms ^{-2}$ लीजिए ।]
एक बन्द पाइप से. जुड़े दाबमापी का पाठ्यांक $4.5 \times 10^4 \mathrm{~N} / \mathrm{m}^2$ है। इसे खोलने पर पानी बहना प्रारम्भ कर देता है तथा दाबमापी का पाठ्यांक गिरकर $2.0 \times 10^4 \mathrm{~N} / \mathrm{m}^2$ हो जाता है। पानी का वेग $\sqrt{\mathrm{V}} \mathrm{m} / \mathrm{s}$ से प्राप्त होता है। $\mathrm{V}$ का मान . . . . . . . . है।
एक आदर्श द्रव जिसका घनत्व $800\,kgm ^{-3}$ है, अनुप्रस्थ काट क्षैत्रफल $a$ से $\frac{ a }{2}$ वाले मुड़े हुए पाईप से बिना घर्पण बहता है। पाईप के चौड़े एवं संकरे भाग के मध्य दाबांतर $4100\,Pa$ है। यदि चौड़े क्षेत्रफल पर द्रव का वेग $\frac{\sqrt{ x }}{6} ms ^{-1}$ है, तो $x$ का मान ज्ञात कीजिए। $\left( g =10 m ^{-2}\right)$
दर्शाये गये चित्र में, दो नलियों के मेनोमीटर में अन्तर $5 \;cm$ हैं। $A$ एवं $B$ नलियों के अनुप्रस्थ काट क्रमशः $6\; mm ^{2}$ एवं $10\; mm ^{2}$ हैं। नली में प्रवाहित पानी की दर हैं $\left( g =10 \;ms ^{-2}\right)$