$10\, gm$ द्रव्यमान एवं $10\, gm$ लम्बार्इ की एक छड़ चिकने नत तल पर इस प्रकार रखी है कि छड़ की लम्बार्इ नत तल की कोर के समान्तर रहे। नत तल क्षैतिज के साथ $60^\circ $ का कोण बनाता है। एक चुम्बकीय क्षेत्र $B$ लम्बवत् नीचे की ओर आरोपित किया जाता है। यदि छड़ में प्रवाहित धारा का मान $1.73$ ऐम्पियर, है, तो चुम्बकीय क्षेत्र का मान जिसके लिये छड़ नत तल पर विराम में रहे, होगा.....$Tesla$
$1.73$
$\frac{1}{{1.73}}$ $Tesla$
$1$
उपरोक्त में से कोर्इ नहीं
एक ऊध्र्वाधर तार में ऊपर की ओर धारा बह रही है। इसे एक क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा उत्तर की ओर है। तार पर लगने वाले बल की दिशा होगी
$9\, m$, लम्बे दो समान्तर तार $0.15\, m$ की दूरी पर स्थित हैं। यदि इनमे प्रवाहित धारा का मान व दिशा समान हो एवं परस्पर $30 \times 10^{-7}\, N$ का बल आरोपित करते हैं तब धारा का मान.......$amp$ होगा
दो समानान्तर तारों में प्रत्येक में $10$ ऐम्पियर की धारा एक ही दिशा में प्रवाहित हो रही है तथा इनके बीच आकर्षण बल का मान $1 \times {10^{ - 3}}\,N$ है। यदि दोनों तारों में बहने वाली धारा का मान दोगुना कर दिया जाये तो आकर्षण बल का मान हो जायेगा
दो लम्बे एवं समान्तर तार, जिनमें समान धारा बह रही है, एक दूसरे से $1$ मीटर की दूरी पर रखे हैं, तथा एक दूसरे पर $2 \times {10^{ - 7}}\,N/m$ बल लगाते हैं। इनमें प्रवाहित धारा है
एक तार जिसमें $8\,A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है, $0.15\, T$ के एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में, क्षेत्र से $30^{\circ}$ का कोण बनाते हुए रखा है। इसकी एकांक लंबाई पर लगने वाले बल का परिमाण और इसकी दिशा क्या है?