$1.5$ मीटर लम्बे तार में $5$ ऐम्पियर की धारा प्रवाहित हो रही है। $2$ टेसला के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर इस पर $7.5\, N$ का बल लगता है। चुम्बकीय क्षेत्र की धारा की दिशा के बीच का कोण ......$^o$ होगा
$30$
$45$
$60$
$90$
एक ऊध्र्वाधर तार में ऊपर की ओर धारा बह रही है। इसे एक क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा उत्तर की ओर है। तार पर लगने वाले बल की दिशा होगी
एक आयताकार कुण्डली में से $i$ धारा प्रवाहित हो रही है। इस कुण्डली को तार के समीप इस प्रकार रखा जाता है कि इसकी एक भुजा तार के समानान्तर रहे। यदि तार में से स्थायी धारा $I$ प्रवाहित हो रही है, तब कुण्डली
एक ही दिशा में गतिमान दो इलेक्ट्रॉन पुंजों के बीच कार्यरत बल
दिखाए गये अनंत लम्बाई के चालक में $5$ एम्पियर की धारा प्रवाहित होती है। चालक के समान्तर एक इलेक्ट्रॉन $10^{5}$ मी.$/$से. के चाल से गति करता है। एक क्षण पर इलेक्ट्रॉन तथा चालक के बीच लम्बवत् दूरी $20$ से.मी. है। उस क्षण पर इलेक्ट्रॉन द्वारा अनुभव किये जाने वाले बल ($\times 10^{-20} \,N$) के परिमाण की गणना कीजिए।
एक धारावाही चालक लूप एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा चित्रानुसार कागज के तल में लम्बवत् अन्दर की ओर है। लूप की प्रवृत्ति होगी