अच्छी तरह कसे हुए घेरों वाली एक वृत्ताकार कुण्डली की त्रिज्या $5\,cm$ है, जो कि अपने केन्द्र पर $37.68 \times 10^{-4}\,T$ का चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न कर रही है। कुण्डली में प्रवाहित धारा का मान $.............A$ होगा।
[माना घेरों की संख्या $100$ एवं $\pi=3.14$ ]
$3$
$6$
$9$
$12$
$5$ सेमी. त्रिज्या वाली एक वृत्ताकार कुण्डली में धारा का मान .......$A$ होना चाहिए जिससे यह पृथ्वी में क्षैतिज घटक ${B_H} = 5 \times {10^{ - 7}}\,T,$ को निरस्त कर सके
$R$ त्रिज्या के वृत्तीय चाप खण्ड में से $i$ धारा प्रवाहित हो रही है। यदि चाप खण्ड अपने केन्द्र पर $3\pi /2$ रेडियन का कोण बनाता है, तो इसके केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा
एक वृत्ताकार कुण्डली के अक्ष पर स्थित दो बिन्दुओं, जिनकी इसके केन्द्र से दूरियाँ $0.05$ मीटर एवं $0.02$ मीटर है, पर चुम्बकीय क्षेत्रों का अनुपात $8 : 1$ है। कुण्डली की त्रिज्या ...... मीटर है
एक लम्बे धारावाही चालक से $4$ सेमी की दूरी पर स्थित बिन्दु $P$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता ${10^{ - 8}}$ टेसला है। उतनी ही धारा से $12$ सेमी की दूरी पर स्थित बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा
किसी बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $B$ एवं ऊर्जा घनत्व $U$ है तब निम्न में से सही ग्राफ हैं