$5 \times {10^{ - 5}}\,kg$ द्रव्यमान का एक आवेशित कण ऊध्र्वाधर नीचे की ओर कार्यरत ${10^7}\,N{C^{ - 1}}$ के विद्युत क्षेत्र में संतुलित है। कण पर आवेश होगा

  • A

    $ - 20 \times {10^{ - 5}}\,\mu C$

  • B

    $ - 5 \times {10^{ - 5}}\,\mu C$

  • C

    $5 \times {10^{ - 5}}\,\mu C$

  • D

    $20 \times {10^{ - 5}}\,\mu C$

Similar Questions

निम्न चार स्थितियों में आवेशित कण मूल बिन्दू से बराबर - बराबर दूरियों पर स्थित हैं मूल बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र के परिमाण को अधिकतम पहले लेते हुये इन्हें व्यवस्थित करें

 

हाइड्रोजन परमाणु में प्रोटॉन व इलेक्ट्रॉन के बीच की दूरी ${10^{ - 10}}$ मीटर है। इन दोनों पर आवेश का परिमाण $1.6 \times {10^{ - 19}}\,C$ है। प्रोटॉन के कारण इलेक्ट्रॉन पर उत्पé विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मान होगा

$50\, V/cm$ परिमाण के विद्युत क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन का त्वरण हेागा  (यदि इलेक्ट्रॉन के लिए $e/m = 1.76 \times {10^{11}}\,C/kg$)

द्रव्यमान $M$ तथा आवेश $q$ का एक पिण्ड एक स्प्रिंग नियतांक $k$ की स्प्रिंग से जुड़ा है। यह पिण्ड $x-$ दिशा में अपनी साम्यावस्था $x=0$ के सापेक्ष आयाम $A$ से दोलन कर रहा है। $x-$ दिशा में एक विघुत क्षेत्र $E$ लगाया जाता है। निम्न कथनों में कौन सा कथन सत्य है ?

  • [JEE MAIN 2018]

समान द्रव्यमान तथा आवेश के दो एकसमान अचालक ठोस गोलों को समान लम्बाई की दो अचालक, द्रव्यमानहीन डोरियों द्वारा एक उभयनिष्ठ बिन्दु से वायु में लटकाया जाता है। साम्यावस्था पर, डोरियों के मध्य कोण $\alpha$ है। अब गोलों को $800 kg m ^{-3}$ घनत्व तथा परावैद्युतांक $21$ के परावैद्युत द्रव में डुबाया जाता है। यदि डुबाने के बाद डोरियों के मध्य कोण समान रहता है, तब

$(A)$ गोलों के मध्य विद्युत बल अपरिवर्तित रहता है।

$(B)$ गोलों के मध्य विद्युत बल घटता है।

$(C)$ गोलों का द्रव्यमान घनत्व $840 kg m ^{-3}$ है।

$(D)$ गोलों को सम्भालने वाली डोरियों में तनाव अपरिवर्तित रहता है।

  • [IIT 2020]