द्रव्यमान $M$ तथा आवेश $q$ का एक पिण्ड एक स्प्रिंग नियतांक $k$ की स्प्रिंग से जुड़ा है। यह पिण्ड $x-$ दिशा में अपनी साम्यावस्था $x=0$ के सापेक्ष आयाम $A$ से दोलन कर रहा है। $x-$ दिशा में एक विघुत क्षेत्र $E$ लगाया जाता है। निम्न कथनों में कौन सा कथन सत्य है ?
इस निकाय की कुल ऊर्जा $\frac{1}{2} m \omega^{2} A^{2}+\frac{1}{2} \frac{q^{2} E^{2}}{k}$ होगी।
नयी साम्यावस्था की स्थिति $x =0$ से $\frac{2 q E}{k}$ दूरी पर होगी।
नयी साम्यावस्था की स्थिति $x=0$ से $\frac{q E}{2 k}$ दूरी पर होगी।
इस निकाय की कुल ऊर्जा $\frac{1}{2} m \omega^{2} A^{2}-\frac{1}{2} \frac{q^{2} E^{2}}{k}$ होगी
दो आवेश $ + 5\,\mu C$ तथा $ + 10\,\mu C$ एक दूसरे से $20\, cm$ दूर रखे हैं। इन आवेशों को जोड़ने वाली रेखा के मध्य बिन्दु पर कुल विद्युत क्षेत्र है
एक आवेश के कारण इससे $3$ मी. की दूरी पर उत्पन्न विद्युत क्षेत्र $500\,N/C$ है। आवेश का परिमाण.......$\mu C$ है $\left[ {\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}} = 9 \times {{10}^9}\,\frac{{N - {m^2}}}{{{C^2}}}} \right]$
कोई आवेशित गेंद $B$ किसी सिल्क की डोरी $S$ से लटकी है, जो आरेख में दर्शाए अनुसार, किसी बड़ी आवेशित चालक शीट $P$ के साथ $\theta $ कोण बनाती है। सीट का पृष्ठीय आवेश घनत्व $\sigma $ किसके समानुपाती है
उस बिन्दु आवेश का परिमाण क्या है जो $60$ सेमी. दूरी पर $2\,N/C$ का विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करता है $(1/4\pi {\varepsilon _0} = 9 \times {10^9}\,N - {m^2}/{C^2})$
दो बिन्दु आवेश $A$ तथा $B$ जिनके परिमाण क्रमश: $+8 \times 10^{-6} C$ तथा $-8 \times 10^{-6} C$ हैं, '$d$' दूरी पर रखे हुयें हैं। यदि आवेशों के मध्य बिन्दु $O$ पर विद्युत क्षेत्र $6.4 \times 10^4 NC ^{-1}$ है, तो बिन्दु आवेशों $A$ तथा $B$ के मध्य दूरी ' $d$ ' $............m$ होगी