एक आवेशित कण $v$ वेग से $B$ चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान है। कण पर लगने वाला बल अधिकतम होगा जब

  • A

    $v$ तथा $B$ एक ही दिशा में हो

  • B

    $v$ तथा $B$ एक-दूसरे के विपरीत दिशा में हो

  • C

    $v$ तथा $B$ लम्बवत् हों

  • D

    $v$ तथा $B$ $45^\circ $ के कोण पर हों

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एक टेलीविजन की टयूब में एक इलेक्ट्रॉन पुंज क्षैतिजत: दक्षिण से उतर की ओर गति कर रहा है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का ऊध्र्व घटक नीचे की ओर कार्यरत है। इलेक्ट्रॅान किस दिशा में विक्षेपित होंगे

एक इलेक्ट्रॉन (द्रव्यमान$ = 9 \times {10^{ - 31}}$ कि ग्रा आवेश $ = 1.6 \times {10^{ - 19}}$ कूलम्ब) $9 \times {10^{ - 5}}$ वेबर/मी$^2$ के चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्ताकार मार्ग पर चक्कर लगा रहा है। इसी इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा $7.2 \times {10^{ - 18}}\,J$ है। मार्ग की त्रिज्या .......$cm$ है

एक इलेक्ट्रॉन धनात्मक $x$-अक्ष के अनुदिश गति कर रहा है। इसको $x-y$ तल मे वृत्ताकार  मार्ग और वामावर्त दिशा में गति कराने के लिये एक चुम्बकीय क्षेत्र लगाना होगा

किसी चुम्बकीय क्षेत्र में गति करते हये कण का वेग बढ़ता है तो इसके वृत्तीय पथ की त्रिज्या

एक $\alpha$-कण $1.2$ $बेवर/मीटर^2$ के चुम्बकीय क्षेत्र में $0.45\;m$ की त्रिज्या क व्त्ताकार पथ में घूम रहा है। यदि इसका वेग $2.6 \times {10^7}m/s$ हो तो $\alpha$-कण का परिभ्रमण काल होगा