एक कार उत्तलाकार पुल से गुजरते समय उस पर जो बल लगायेगी, वह होगा
$Mg + \frac{{M{v^2}}}{r}$
$\frac{{M{v^2}}}{r}$
$Mg$
उपरोक्त में से कोई नहीं
$2 \,kg$ द्रव्यमान के एक पिंड को एक रस्सी की सहायता से क्षैतिज वृत्त में $5$ परिक्रमण प्रति मिनट की प्रारम्भिक चाल से घुमाया जाता है। वृत्त की त्रिज्या को स्थिर रखते हुए रस्सी पर तनाव दोगुना कर दिया जाता है। अब पिण्ड की चाल लगभग ........ परिक्रमण प्रति मिनट होगी
$m$ द्रव्यमान का एक कण $r$ त्रिज्या के पथ पर एक समान वृत्तीय गति कर रहा है। यदि इसके रेखीय संवेग का परिमाण $p$ हो तो कण पर कार्यरत् त्रैज्यीय बल होगा
किसी पिण्ड की एकसमान वृत्तीय गति को बनाये रखने के लिए आवश्यक बल होता है
एक केन्द्रीय आकर्षण बल, जो दूरी $r$ के व्युत्क्रमानुपाती है, के प्रभाव में एक कण वृत्तीय कक्षा में गतिमान है। कण की चाल होगी
एक कार $50 \mathrm{~m}$ त्रिज्या की क्षैतिज वक्राकार सड़क पर चल रही है। यदि सड़क व टायरों के बीच घर्षण गुणांक $0.34$ हो तब कार की लगभग अधिकतम चाल है। $\left[\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}\right.$ लें $]$