$2 \,kg$ द्रव्यमान के एक पिंड को एक रस्सी की सहायता से क्षैतिज वृत्त में $5$ परिक्रमण प्रति मिनट की प्रारम्भिक चाल से घुमाया जाता है। वृत्त की त्रिज्या को स्थिर रखते हुए रस्सी पर तनाव दोगुना कर दिया जाता है। अब पिण्ड की चाल लगभग ........ परिक्रमण प्रति मिनट होगी
$14$
$10$
$2.25$
$7$
एक समतल सड़क पर $4.9$ मीटर/सैकण्ड की चाल से गतिमान साइकिल सवार $4$ मीटर त्रिज्या के तीक्ष्ण वृत्ताकार मोड़ पर मुड़ सकता है। तब साइकिल के टायरों तथा सड़क के बीच घर्षण गुणांक है
$200\, g$ द्रव्यमान का कोई ब्लॉक किसी नियत चाल से एक क्षैतिज वत्ताकार खाँचे में जिसकी ऊर्ध्वाधर पार्श्व दीवारों की त्रिज्या $20 \,cm$ है, पर गति करता है। यदि ब्लॉक एक चक्कर पूरा करने में $40 \,s$ लेता है, तो खाँचे की पार्श्व दीवारों द्वारा आरोपित अभिलम्बवत् बल का मान होगा
$v$ चाल से $r$ त्रिज्या के वृत्त में एकसमान गति, करते हुए m द्रव्यमान वाले पिंड पर लगने वाले अभिकेन्द्रीय बल का परिमाण होता है
एक मोटरसाईकिल $500 \,m$ त्रिज्या के वक्राकार पथ पर गति कर रही है। यदि सड़क व टायरों के बीच घर्षण गुणांक $0.5$ हो, तो अधिकतम चाल जिस पर मोटर साईकिल न फिसले, ....... $m/s$ होगी
किसी पिण्ड की एकसमान वृत्तीय गति को बनाये रखने के लिए आवश्यक बल होता है