एक बालक का गुलेल $42 \,cm$ लम्बी और $6\, mm$ अनुप्रस्थ काट के व्यास की रबड़ की डोरी का बना है,
जिसका द्रव्यमान नगण्य है। बालक $0.02\, kg$ भार का एक पत्थर इस पर रखता है और डोरी को एक नियत बल से $20 cm$ द्वारा तानित करता है। जब इसे छोडता है, तब पत्थर $20\, ms ^{-1}$ के वेग से जाता है। तानित होने पर डोरी के अनुप्रस्थ काट में परिवर्तन नगण्य है। रबड़ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक का निकटतम मान है।

  • [JEE MAIN 2019]
  • A

    $10^3\, Nm^{-2}$

  • B

    $10^6\, Nm^{-2}$

  • C

    $10^8\, Nm^{-2}$

  • D

    $10^4\, Nm^{-2}$

Similar Questions

एक ही पदार्थ के दो $4$ मी लम्बे तारों के व्यास का अनुपात $n : 1$ है। समान भार आरोपित करने पर पतले तार की लम्बाई में वृद्धि होती है

स्टील के तार ' $\mathrm{A}$ ' पर एक बल आरोपित किया है जिसका एक सिरा दृढ आधार से बंधा है। इसके फलस्वरुप तार मे परिणामी विस्तार $0.2$ मि.मी. है। यदि दूसरे स्टील के तार ' $\mathrm{B}$ ' पर एक समान बल आरोपित करें जिसकी लम्बाई तार ' $A$ ' से दो गुनी तथा व्यास $2.4$ गुना है, तो तार ' $\mathrm{B}$ ' का विस्तार$..........\times 10^{-2}\,mm$ होगा (तारों के वृत्ताकार अनुप्रस्थ परिच्छेद एक समान है)

  • [JEE MAIN 2023]

चित्र में दिखाए गए प्रत्येक तीनों गुटकों $\mathrm{P}, \mathrm{Q}$ व $\mathrm{R}$ का द्रव्यमान $3 \mathrm{~kg}$ है। प्रत्येक तार $\mathrm{A}$ व $\mathrm{B}$ का अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल $0.005 \mathrm{~cm}^2$ तथा यंग प्रत्यास्थता गुणांक $2 \times 10^{11} \mathrm{Nm}^{-2}$ है। घर्षण को नगण्य मानकर, तार B में अनुदैर्ध्य विकृति. . . . . . . . $\times 10^{-4}$ है।

(दिया है, $\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ )

  • [JEE MAIN 2024]

प्रत्यास्थता गुणांक विमीय रूप से तुल्य है

अविस्तारित $L$ लम्बाई की एकसमान शंकुनुमा तार के सिरों की त्रिज्या क्रमशः $R$ तथा $3R$ हैं। उसकी धातु का यंग-माडुलस $Y$ है। $R$ त्रिज्या वाले सिरे को एक ढृढ़ आधार पर जड़ित किया गया है तथा दूसरे सिरे पर $M$ द्रव्यमान लटकाया गया है। संतुलन-अवस्था में तार की लम्बाई होगी

  • [JEE MAIN 2016]