$14\, cm$ लम्बा कोई छड़ चुम्बक चुम्बकीय याम्योत्तर में इस प्रकार रखा गया है कि इसका उत्तरी ध्रुव भौगोलिक उत्तरी ध्रुव की ओर इंगित करता है। छड़ चुम्बक के केन्द्र से $18 \,cm$ दूरी पर उदासीन बिन्दु प्राप्त किया गया है। यदि $B _{ H }=0.4 \,G$, हो, तो चुम्बक आघूर्ण होगा। $\left(1\, G =10^{-4} T \right)$

  • [JEE MAIN 2021]
  • A

    $2.880 \times 10^{3}\, J \,T ^{-1}$

  • B

    $2.880 \times 10^{2}\, J\, T ^{-1}$

  • C

    $2.880\, J\, T ^{-1}$

  • D

    $28.80\, J\, T ^{-1}$

Similar Questions

एक लघु चुम्बक को चुम्बकीय याम्योतर में इस प्रकार रखा जाता है कि उसका दक्षिणी ध्रुव उत्तर की ओर रहता है । चुम्बक के केन्द्र से $20$ सेमी की दूरी पर उदासीन बिन्दु प्राप्त होता है । यदि उस बिन्दु पर भू-चुम्बकीय क्षैतिज घटक का मान $ 0.3$ गॉस है तो चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण होगा

स्पर्शज्या धारामापी की चुम्बकीय सुई किसी चुम्बक के कारण $30^o$  से विक्षेपित होती है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक कुण्डली के तल के अनुदिश $0.34 \times {10^{ - 4}}\,T$ है। तो चुम्बक का चुम्बकीय क्षेत्र है

  • [AIIMS 2000]

चुम्बकीय याम्योत्तर है

दो दण्ड चुम्बक, किसी क्षैतिज तल में क्रमशः $3\,s$ एवं $4\,s$ के आवर्तकाल से पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में दोलन कर रही हैं। यदि उनके जड़त्वाघूर्णो का अनुपात $3: 2$ है, तो उनके चुम्बकीय आघूर्णो का अनुपात होगा :

  • [JEE MAIN 2022]

पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक के कारण बल रेखाएँ होती हैं

  • [AIIMS 1998]