दो दण्ड चुम्बक, किसी क्षैतिज तल में क्रमशः $3\,s$ एवं $4\,s$ के आवर्तकाल से पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में दोलन कर रही हैं। यदि उनके जड़त्वाघूर्णो का अनुपात $3: 2$ है, तो उनके चुम्बकीय आघूर्णो का अनुपात होगा :
$2: 1$
$8: 3$
$1: 3$
$27: 16$
एक दिये हुये स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक का मान $0.36 \times {10^{ - 4}}$ वेबर/ मी${^{2}}$ है। यदि इस स्थान पर नति कोण $ 60° $ है, तो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर घटक का मान वेबर/मी${^{2}}$ में लगभग ........$\times 10^{-4}\;W b / m^{2}$ है
पृथ्वी के किसी स्थान पर नतिकोण प्रदान करता है
भू-चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का क्षैतिज घटक शून्य होता है
स्पर्शज्या धारामापी की चुम्बकीय सुई किसी चुम्बक के कारण $30^o$ से विक्षेपित होती है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक कुण्डली के तल के अनुदिश $0.34 \times {10^{ - 4}}\,T$ है। तो चुम्बक का चुम्बकीय क्षेत्र है
चुम्बकीय विषुवत् पर नमन् कोण शून्य होता है क्योंकि यहाँ है